सार

छत्तीसगढ़ के सरगुजा में पुलिस ने एक ऐसी महिला को अरेस्ट किया है, जो फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर मजे से डॉक्टरी कर रही थी। हालांकि अब उसे जेल की हवा खानी पड़ रही है।

सरगुजा. छत्तीसगढ़ के सरगुजा में पुलिस ने एक ऐसी महिला को अरेस्ट किया है, जो फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर मजे से डॉक्टरी कर रही थी। यह महिला पिछले डेढ़ साल से एक लेडी डॉक्टर के गुमे सर्टिफिकेट के आधार पर शहर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में नाम बदलकर नौकरी कर रही थी। हालांकि अब उसे जेल की हवा खानी पड़ रही है।

छत्तीसगढ़ के सरगुजा में फेक सर्टिफिकेट पर जॉब, पढ़िए 8 बड़ी बातें

1. पुलिस के अनुसार लखनपुर ब्लॉक अंतर्गत प्राइमरी हेल्थ सेंटर में पदस्थ डॉ. खुशबू साहू 2021 में इंटर्नशिप के लिए रायपुर के एक निजी अस्पताल आई थीं। तब उनका सर्टिफिकेट गुम हो गया था।

2. डॉ. खुशबू साहू ने सर्टिफिकेट गुम होन की शिकायत रायपुर थाने में दर्ज कराई थी। हालांकि उसका तब पता नहीं चल पाया था।

3. डॉ. खुशबू साहू का यह सर्टिफिकेट आरोपी वर्षा वानखेड़े के हाथ लग गया था। वर्षा ने BAMS (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery) किया है। लेकिन डॉ. खुशबू साहू का MBBS का सर्टिफिकेट हाथ लगते ही उसके दिमाग में फर्जीवाड़े का आइडिया आया।

4. डॉ. वर्षा वानखेड़े ने खुद को डॉ. खुशबू साहू के तौर पर प्रेजेंट करके एक प्राइवेट हॉस्पिटल में MBBS डॉक्टर की जॉब हासिल कर ली। इस दौरान हॉस्पिटल मैनेजमेंट को भी उसकी असलियत पता नहीं चली।

5. वर्षा वानखेड़े पिछले डेढ़ साल से फर्जी दस्तावेज के आधार पर अंबिकापुर शहर के एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में बतौर चिकित्सक अपनी सेवा दे रही थी।

6. हालांकि जब इस मामले की जानकारी डॉ. खुशबू साहू को पता चली, तब उन्होंने सरगुजा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

7. चूंकि मामला मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ से जुड़ा था, लिहाजा पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और आरोपी वर्षा वानखेड़े को पकड़ लिया।

8. पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर उसके घर से फर्जी दस्तावेज और डॉक्टर खुशबू साहू का सर्टिफिकेट भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने वर्षा वानखेड़े के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

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