छत्तीसगढ़ के रायपुर के बेबीलोन टावर में मंगलवार रात लगी भीषण आग से दहशत। रेस्टोरेंट में फंसे 40 लोगों को सुरक्षित निकाला गया, एक की हालत गंभीर। क्या यह हादसा शॉर्ट सर्किट से हुआ या सुरक्षा मानकों की अनदेखी का नतीजा?
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की रौनकभरी रात उस समय अफरातफरी में बदल गई जब शहर के सबसे लोकप्रिय व्यावसायिक स्थलों में से एक बेबीलोन टावर में मंगलवार देर शाम अचानक आग लग गई। इमारत के लिफ्ट क्षेत्र से उठी लपटें देखते ही देखते दूसरी मंजिल से ऊपर तक फैल गईं। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को हिला दिया बल्कि पूरे शहर में सनसनी फैला दी।

हादसे के वक्त रूफटॉप संगरिया रेस्टोरेंट में मौजूद थे 40 लोग
आग लगने के समय रूफटॉप संगरिया रेस्टोरेंट में लगभग 40 लोग मौजूद थे, जो खाना खा रहे थे। अचानक धुआं और लपटें ऊपर तक पहुंच गईं, जिससे ग्राहकों में हड़कंप मच गया। कई लोगों ने सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की और मदद के लिए कॉल करने लगे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि इमारत से काला धुआं निकल रहा है और लपटों ने टावर की कई मंजिलों को घेर लिया है।
क्या शॉर्ट सर्किट बना रायपुर की इस खौफनाक हादसे का कारण?
प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि इस भीषण आग का कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है, लेकिन अधिकारी अभी पूरी जांच कर रहे हैं। रायपुर के कलेक्टर गौरव सिंह के अनुसार, “हमारी प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना थी। पूरी तरह धुआं कम होने के बाद हम एक-एक जगह जांच करेंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई व्यक्ति अंदर न रह गया हो।” रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह ने बताया कि आग दूसरी मंजिल से शुरू हुई और लिफ्ट शाफ्ट के जरिए ऊपर तक फैल गई, जिससे छठी और सातवीं मंजिलें भी प्रभावित हुईं। बचाव दल ने पूरी सावधानी के साथ सभी लोगों को निकालने में सफलता हासिल की।
क्या रायपुर के हाई-राइज बिल्डिंग्स में फायर सेफ्टी पर सवाल उठेंगे?
रायपुर के इस उच्चस्तरीय इलाके में स्थित बेबीलोन टावर शहर के व्यस्ततम व्यावसायिक केंद्रों में से एक है। इस घटना ने अग्नि सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर के कई बड़े कॉमर्शियल बिल्डिंग्स में बढ़ती भीड़ और सीमित सुरक्षा उपाय पहले से ही चिंता का विषय रहे हैं। हालांकि दमकल और आपातकालीन दल की त्वरित कार्रवाई के चलते 40 से ज्यादा लोगों की जान बच गई, लेकिन यह हादसा एक चेतावनी है कि आग से बचाव के उपायों पर और ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। फिलहाल एक व्यक्ति गंभीर हालत में है और पूरे हादसे की जांच जारी है।
