Skill to Self-Reliance: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की नई पहल की। 'कौशल महोत्सव 2025' में स्कैन फेस अटेंडेंस से पारदर्शिता बढ़ेगी। क्या यह अभियान बदल देगा छत्तीसगढ़ के युवाओं का भविष्य?
PMKVY 4.0 Chhattisgarh: कौशल विकास 2025, युवा सशक्तिकरण छत्तीसगढ़, आत्मनिर्भर भारत, मुख्यमंत्री कौशल योजना, फेशियल स्कैनिंग अटेंडेंस, कौशल तिहार प्रतियोगिता, World Skills 2026 Shanghai- छत्तीसगढ़ सरकार की ये योजनाएं एक बड़े बदलाव की ओर बढ़ते कदम हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अगुवाई में छत्तीसगढ़ सरकार ने कौशल विकास को सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर और रोजगार योग्य बनाने का ठोस मिशन घोषित कर दिया है।
क्या अब कौशल बनेगा नौकरी की गारंटी?
मुख्यमंत्री श्री साय ने नवा रायपुर स्थित मंत्रालय में कौशल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में स्पष्ट रूप से कहा "अब केवल प्रशिक्षण नहीं, परिणाम चाहिए।" उनका फोकस साफ है-प्रशिक्षण से सीधे रोजगार और स्वरोजगार की ओर यात्रा। सरकार की मंशा है कि हर प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं के जीवन में आर्थिक बदलाव लाए।
कौन-कौन सी योजनाएं आएंगी बदलाव लाने?
मुख्यमंत्री ने जिन प्रमुख योजनाओं की समीक्षा की, उनमें शामिल हैं:
- मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना (MKVY)
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 (PMKVY)
- प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना
- नियद नेल्ला नार योजना (पूर्व नक्सली युवाओं हेतु)
- पीएम जनमन योजना (PVTG युवाओं के लिए)
इन योजनाओं के माध्यम से अब तक 549 युवाओं को प्रशिक्षण, और 382 पुनर्वास केंद्रों में प्रशिक्षण जारी है।

फेशियल स्कैनिंग: पारदर्शिता या निगरानी?
1 जुलाई 2025 से एक क्रांतिकारी कदम के तहत, चेहरे की स्कैनिंग से उपस्थिति दर्ज की जा रही है। इससे न केवल फर्जीवाड़ा रुकेगा, बल्कि प्रशिक्षण की गुणवत्ता और ट्रैकिंग भी बेहतर होगी।
क्या 'कौशल तिहार 2025' से मिलेगा ग्लोबल मंच?
राज्य में ‘कौशल तिहार 2025’ का आयोजन जिला और राज्य स्तर पर दो चरणों में होगा। इसमें 10 प्रमुख ट्रेडों में प्रतियोगिताएं होंगी, जैसे:
- ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी
- हेल्थ एंड सोशल केयर
- कंप्यूटर
- मोबाइल टेक्नीशियन
- ग्राफिक डिजाइन
- इलेक्ट्रॉनिक्स
- प्लंबिंग
- ब्रिकलेइंग
- रेफ्रिजरेशन एंड एसी
इनमें से चुने गए विजेताओं को न केवल ट्रॉफी और रोजगार, बल्कि India Skills 2025 के माध्यम से World Skills 2026 (शंघाई) में देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा।
प्राइवेट सेक्टर से गठजोड़: क्या यह रणनीति युवाओं को बेहतर बनाएगी?
सरकार ने नांदी फाउंडेशन, महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी नामी संस्थाओं से एमओयू साइन किए हैं, ताकि गुणवत्ता आधारित प्रशिक्षण राज्य में प्रभावी तरीके से दिया जा सके।
क्या है कौशल तिहार 2025 के आयोजन का उद्देश्य?
बैठक में ‘कौशल तिहार 2025’ के आयोजन की रूपरेखा भी प्रस्तुत की गई, जिसका उद्देश्य युवाओं में कौशल के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। यह प्रतियोगिता जिला और राज्य स्तरीय दो चरणों में आयोजित की जाएगी, जिसमें दो आयु वर्ग-22 वर्ष से कम एवं 22 वर्ष से अधिक के प्रतिभागी भाग लेंगे। प्रतियोगिता में 10 प्रमुख ट्रेड ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी, ब्रिकलेइंग, रिन्युएबल एनर्जी हेल्थ एंड सोशल केयर, प्लंबिंग एंड हीटिंग, इलेक्ट्रिकल इंस्टॉलेशंस, इलेक्ट्रॉनिक्स फील्ड टेक्नीशियन, कंप्यूटर, मोबाइल फोन टेक्नीशियन, ग्राफिक डिजाइन टेक्नोलॉजी/डेस्कटॉप पब्लिशिंग तथा रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग शामिल है।
जिला स्तर पर हर ट्रेड के दो विजेताओं का होगा चयन
जिला स्तर पर प्रत्येक ट्रेड और आयु वर्ग से दो विजेताओं का चयन किया जाएगा, जो राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। राज्य स्तर के विजेताओं को पुरस्कार, ट्रॉफी और रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। उन्हें इंडिया स्किल्स 2025 की क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किया जाएगा, जहां से चयनित प्रतिभागी ‘वर्ल्ड स्किल्स 2026’, शंघाई (चीन) में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कौशल विकास योजनाओं को युवाओं की आजीविका, आत्मनिर्भरता और भविष्य के निर्माण से जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने इस दिशा में सतत प्रयास करने के निर्देश दिए।
क्या आपका हुनर है वर्ल्ड लेवल का?
मुख्यमंत्री साय के शब्दों में ही जवाब छुपा है-"अब हमें युवा तैयार करने हैं, जो सिर्फ पढ़े-लिखे नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर, रोजगारसंपन्न और भविष्य के निर्माता बनें।" इस अभियान में भाग लेना सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि एक अवसर है-जो आपको ग्राम पंचायत से ग्लोबल स्टेज तक पहुंचा सकता है। बैठक में वन एवं कौशल विकास मंत्री श्री केदार कश्यप, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, कौशल विकास विभाग के सचिव श्री एस. भारतीदासन तथा छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास अभिकरण (CSDA) के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विजय दयाराम के सहित अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
