छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एक कांस्टेबल की मौत के बाद उसके बच्चे को चाइल्ड कांस्टेबल (बाल आरक्षक) के पद पर तैनात किया गया है। बच्चे की उम्र महज 5 साल है। उसके पिता राज कुमार रजवाड़े पुलिस कांस्टेबल के पद पर कार्यरत थे।

सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एक कांस्टेबल की मौत के बाद उसके बच्चे को चाइल्ड कांस्टेबल (बाल आरक्षक) के पद पर तैनात किया गया है। बच्चे की उम्र महज 5 साल है। उसके पिता राज कुमार रजवाड़े पुलिस कांस्टेबल के पद पर कार्यरत थे। उनकी सड़क हादसे में मौत हो गई। उसके बाद उनके बेटे नमन रजवाड़े को चाइल्ड कांस्टेबल बनाया गया है। विभाग की तरफ से बाकायदा बच्चे को नियुक्ति पत्र भी दिया गया है।

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यूकेजी का स्टूडेंट है नमन रजवाड़े

नमन रजवाड़े अभी यूकेजी का स्टूडेंट है। उन्हें चाइल्ड कांस्टेबल बनाने का फैसला प्रशासन ने अनुकम्पा के आधार पर लिया है। वह ​महिला थाने में तैनात थे। मृतक कांस्टेबल की पत्नी नीतू रजवाड़े का कहना है कि उनके पति की दुर्भाग्यपूर्ण सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। उसकी वजह से वह दुखी थी। उनके बेटे को चाइल्ड कांस्टेबल के रूप में नियुक्ति दी गई हैं। इसको लेकर वह थोड़ी दुखी हैं, पर बच्चे के लिए खुश हैं।

इस नियम की वजह से बनाया गया चाइल्ड कांस्टेबल

पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान बताया कि बच्चे को चाइल्ड कांस्टेबल बनाने का फैसला प्रशासन और पुलिस मुख्यालय के दिशा निर्देशों के अनुसार लिया गया है। राज कुमार रजवाड़े महिला थाने में तैनात पुलिस अधिकारी थे। सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई। पुलिस मुख्यालय के दिशा निर्देशों के मुताबिक, देखा जाता है कि ऐसे मामलों में परिवार में कोई 18 वर्ष से कम उम्र का व्यक्ति मौजूद है या नहीं। यदि मौजूद है तो उसे नियुक्ति दी जाती है। इसी निर्देशों के तहत यह फैसला लिया गया।