Breaking: दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे से ऊपर, हजारों लोग बेघर, ग्रेटर नोएडा में फार्म हाउस डूबे, निगम बोध घाट जलमग्न और एयरपोर्ट पर 340 फ्लाइट्स डिले। क्या राजधानी अगले कुछ दिनों में और भीषण बाढ़ का सामना करेगी?
Delhi Flood Affected Areas: दिल्ली और एनसीआर इन दिनों बाढ़ के खौफ से जूझ रहे हैं। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है और इसका असर सीधे राजधानी के निचले इलाकों पर देखने को मिल रहा है। लोग अपने घरों का सामान लेकर सुरक्षित जगहों की तलाश में भाग रहे हैं। कहीं घरों के अंदर पानी घुस गया है, तो कहीं सड़कें तालाब में बदल चुकी हैं। वहीं, ग्रेटर नोएडा के कई लग्जरी फार्म हाउस पानी में डूब गए हैं। यह नजारा लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहा है कि क्या दिल्ली अब एक बड़े जल संकट की चपेट में आने वाली है?
यमुना का जलस्तर क्यों बढ़ा और बाढ़ जैसे हालात कैसे बने?
बाढ़ का सबसे बड़ा कारण यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले हफ़्ते हिमालयी क्षेत्रों में भारी बारिश हुई थी, जिसकी वजह से हथिनी कुंड बैराज से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया। यह पानी अब दिल्ली तक पहुंच गया है। नतीजा यह हुआ कि यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया और निचले इलाकों में पानी भरने लगा।
किन-किन इलाकों पर बाढ़ का सबसे ज्यादा असर?
दिल्ली के यमुना बाजार, मोनेस्ट्री मार्केट, वासुदेव घाट, निगम बोध घाट, गीता कॉलोनी और मजनू का टीला जैसे इलाके पूरी तरह से प्रभावित हुए हैं। यहां पानी घरों और मंदिरों तक पहुंच चुका है। निगम बोध घाट, जो अंतिम संस्कार की सबसे बड़ी जगह है, पानी में डूबने के कारण बंद कर दिया गया है।
ग्रेटर नोएडा और एनसीआर पर क्या पड़ा असर?
दिल्ली ही नहीं, बल्कि ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में भी हालात गंभीर हो गए हैं। ग्रेटर नोएडा के महंगे और लग्जरी फार्म हाउस पानी में डूब गए हैं। गाजियाबाद और नोएडा के कई घरों में भी पानी भर गया है, जिससे लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
एयरपोर्ट और फ्लाइट्स पर क्या असर पड़ा?
दिल्ली एयरपोर्ट पर भी बाढ़ का असर देखने को मिला है। यहां 340 से ज्यादा फ्लाइट्स डिले हो चुकी हैं। यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। यह साफ संकेत है कि बाढ़ ने न सिर्फ लोगों के घरों बल्कि ट्रांसपोर्ट और कनेक्टिविटी को भी प्रभावित किया है।
प्रशासन और NDRF ने क्या कदम उठाए?
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है। NDRF ने अपनी 5 टीमें तैनात कर दी हैं। राहत शिविर बनाए गए हैं और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। DIG मोहसेन शाहेदी ने साफ कहा है कि "स्थिति अभी नियंत्रण में है, लेकिन किसी भी आपात हालात के लिए टीमें तैयार हैं।"
क्या दिल्ली में हालात और बिगड़ सकते हैं?
सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बारिश और तेज हुई और बैराज से और पानी छोड़ा गया तो स्थिति और गंभीर हो सकती है। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन की गाइडलाइंस का पालन करने की जरूरत है।
