दिल्ली में जमींदोज हुआ मौत का मकान!  सीलमपुर में 35 गज का चार मंजिला मकान अचानक भरभरा कर गिर पड़ा। तंग गलियों में फंसी जिंदगी, दो की मौत, कई घायल...क्या ये महज हादसा था या कोई लापरवाही की खौफनाक कहानी? जानें रोंगटे खड़े कर देने वाला सच!

Delhi House Collapse: दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके सीलमपुर में शुक्रवार सुबह ऐसा मंजर सामने आया जिसने पूरे शहर को दहशत में डाल दिया। जनता मजदूर कॉलोनी की गली नंबर-5 में एक 15 साल पुराना चार मंजिला मकान अचानक भरभरा कर गिर गया। हादसे के वक्त इमारत में दो परिवार मौजूद थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।

रेस्क्यू बना चुनौती: संकरी गलियों ने रोक दी राहत की रफ्तार 

यह मकान केवल 35 गज में बना हुआ था और इलाके की गलियां इतनी संकरी थीं कि एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमों को घटनास्थल तक पहुंचने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। हादसे में दो लोगों की मौके पर मौत हो गई जबकि आठ घायलों को मलबे से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया है। संभावना है कि कुछ और लोग अभी मलबे में फंसे हो सकते हैं।

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सिर्फ 15 साल पुराना था मकान, लेकिन… 

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह मकान लगभग 15 साल पुराना था और लंबे समय से जर्जर हालत में था। बावजूद इसके उसमें दो परिवार रह रहे थे। पड़ोसियों का कहना है कि सुबह अचानक एक धमाके जैसी आवाज सुनाई दी, और कुछ ही मिनटों में इमारत जमीन पर आ गई। लोगों ने खुद रेस्क्यू शुरू किया और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई।

सांसद मनोज तिवारी ने जताया शोक 

उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने घटना पर दुख जताते हुए कहा, “घटना स्थल संकरी गलियों वाला है, जिससे बचाव कार्य में कठिनाई आई है। अब तक चार लोगों को सुरक्षित निकाला गया है जबकि दो दुर्भाग्यपूर्ण मौतें हो चुकी हैं।”

लगातार हो रहे हैं ऐसे हादसे, जिम्मेदार कौन? 

बीते कुछ महीनों में दिल्ली में जर्जर इमारतों के गिरने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इससे पहले आजाद मार्केट और दयालपुर में भी ऐसे हादसे हुए थे, जिनमें कई जानें गईं। सवाल उठता है कि क्या नगर निगम और लोकल प्रशासन समय रहते इन जर्जर भवनों की पहचान नहीं कर सकता?

जांच जारी, मकान मालिक की भूमिका पर नजर 

फिलहाल हादसे की जांच जारी है। दिल्ली पुलिस और प्रशासन मलबे की जांच और दस्तावेज खंगालने में जुटे हैं। मकान के मालिक से भी पूछताछ की जा रही है कि बिना स्ट्रक्चरल सेफ्टी के ऐसा निर्माण कैसे खड़ा किया गया।