सार
स्वाइन फ्लू से एक मौत ने स्वास्थ्य महकमे की नींद उड़ा दी है। जिस मरीज की मौत हुई है। उसका जिंदल हास्पिटल में इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि मरीज अन्य रोगों से भी पीड़ित था।
भिवानी। स्वाइन फ्लू से एक मौत ने स्वास्थ्य महकमे की नींद उड़ा दी है। जिस मरीज की मौत हुई है। उसका जिंदल हास्पिटल में इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि मरीज अन्य रोगों से भी पीड़ित था। भिवानी के सीएमओ डॉ. रघुबीर शांडिल्य का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग भिवानी की टीम ने मरीज के घर के आसपास रहने वाले लोगों के सैंपल लिए हैं। उनकी जांच की जाएगी।
दो मरीज मिलने के बाद मचा हड़कम्प
भिवानी में स्वाइन फ्लू के 2 नए मामले मिलने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है। हिसार में दोनों मरीजों का इलाज चल रहा था। एक मरीज ने हिसार के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सीएमओ डॉ. रघुबीर शाण्डिल्य के मुताबिक मृतक मरीज स्वाइन फ्लू के साथ अन्य बीमारी से भी ग्रस्त था। पर मौत की वजह फिलहाल स्वाइन फ्लू ही मानी गयी है। स्वाइन फ्लू से घबराने की नहीं बल्कि एहतियात बरतने की जरूरत है।
जिले में सारी व्यवस्थाएं चाक चौबंद
उनका कहना है कि स्वाइन फ्लू का केस आने के बाद महकमे ने सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली है। इस बीमारी के लक्षण सामान्य सर्दी व जुकाम की तरह ही होते हैं। जो व्यक्ति इस रोग से पीड़ित होता है, उसे फीवर, खांसी व थकान के साथ उल्टी या दस्त भी हो सकता है। जिन व्यक्तियों में ऐसे लक्षण सामने आएं, उन्हें जल्द से जल्द डाक्टर से परामर्श लेना चाहिए और एहतियात बरतते हुए इलाज कराना चाहिए।
यदि तीन से पांच दिन में नहीं ठीक हो रहा जुकाम, तो डाक्टर को दिखाएं
यदि सामान्य सर्दी या जुकाम तीन से पांच दिनों में ठीक नहीं हो रहा है तो उसे गंभीर बीमारी की तरह समझकर डाक्टर के पास जाना चाहिए और परामर्श के अनुसार दवाई लेना चाहिए। कई बार मरीजों की मौत इस वजह से भी हो जाती है, क्योंकि कई दिनों तक जुकाम रहने के बावजूद वह इसका इलाज नहीं कराते हैं। चूंकि यह संक्रामक बीमारी है, इसलिए मरीज के परिजनों को भी सावधानी बरतनी चाहिए।