भूपिंदर सिंह हुड्डा के पूर्व प्रधान सचिव मुरारी लाल तायल पर ED का शिकंजा। आय से अधिक संपत्ति मामले में 14.06 करोड़ की संपत्ति अटैच। चंडीगढ़, दिल्ली और गुड़गांव में प्रॉपर्टी ज़ब्त।
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के प्रधान सचिव रहे रिटायर्ड IAS अफसर मुरारी लाल तायल और अन्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में चल रही जांच के सिलसिले में चंडीगढ़, नई दिल्ली और गुड़गांव में नौ अचल संपत्तियों के साथ-साथ 14.06 करोड़ रुपये के बैंक बैलेंस को अटैच कर लिया है। संघीय एजेंसी ने सोमवार को यह जानकारी साझा करते हुए बताया कि अटैच की गई अचल संपत्तियों में दो घर और सात अपार्टमेंट शामिल हैं।
चंडीगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय ने 30 जून को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के प्रावधानों के तहत इन संपत्तियों को अटैच किया। ED ने 1976 बैच के (सेवानिवृत्त) IAS अधिकारी तायल के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा दर्ज की गई प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) के आधार पर जांच शुरू की। FIR में आरोप लगाया गया था कि तायल ने 6 मार्च, 2005 से 31 अक्टूबर, 2009 तक हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में और 30 नवंबर, 2009 से 31 दिसंबर, 2014 तक भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग में सदस्य के रूप में (1 जनवरी, 2006 से 31 दिसंबर, 2014 तक की अवधि की जाँच) अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर अपनी ज्ञात आय के स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित की थी।
इसके बाद, ED ने कहा कि उसने तायल, उनकी पत्नी सविता तायल और बेटे कार्तिक तायल के वित्तीय मामलों, आयकर रिकॉर्ड और शेयर बाजार के लेन-देन की जांच की। ED की जांच से पता चला कि 1 जनवरी, 2006 से 31 दिसंबर, 2014 तक की जाँच अवधि के दौरान, आरोपी ने अवैध तरीके से कमाए गए लगभग 14.06 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की थी।
