सार

हरियाणा पुलिस ने कहा है कि नूंह में हिंसा के दौरान मंदिर में किसी महिला के साथ यौन उत्पीड़न नहीं हुआ। इस संबंध में झूठी अफवाह फैलाई जा रही है।

नूंह। हरियाणा पुलिस ने उन दावों को फर्जी बताया है जिनमें कहा जा रहा है कि नूंह में हिंसा के दौरान नलहर मंदिर में फंसी महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया गया। पुलिस ने इन दावों को अफवाह और झूठी कहानी बताया है।

एडीजीपी ममता सिंह ने बताया कि हिंसा के दौरान ऐसी कोई घटना नहीं हुई। वह खुद मौके पर मौजूद थीं। सोशल मीडिया पर कहानी चल रही है कि नलहर मंदिर में महिला श्रद्धालुओं के साथ बलात्कार हुए। यह झूठ है। ऐसी अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। इस तरह की बातों को फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई

ममता सिंह ने कहा, "मैं पूरी घटना के दौरान वहां मौजूद थी। किसी भी महिला के साथ ऐसी कोई घटना नहीं हुई। ऐसे अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य में हिंसा से जुड़े मामलों में 216 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। 83 लोगों को हिरासत में रखा गया है।" दूसरी ओर हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल ने कहा है कि हिंसा का पाकिस्तानी कनेक्शन नहीं है।

नूंह में 8 अगस्त तक बंद रहेगा मोबाइल इंटरनेट

हरियाणा सरकार ने नूंह जिले में आठ अगस्त तक मोबाइल इंटरनेट बंद रखने का फैसला किया है। एसएमएस सर्विस भी नहीं चलेगी। पलवल जिले में सात अगस्त तक मोबाइल इंटरनेट और एमएमएस सर्विस पर रोक रहेगी। 31 जुलाई को हिंसा भड़कन के बाद से यहां पाबंदियां लागू हैं। मोबाइल इंटरनेट और एमएमएस सेवा को पहले पांच जुलाई तक के लिए रोका गया था।

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धार्मिक जुलूस पर किया गया था हमला

बता दें कि हरियाणा में हिंसा नूंह जिले में 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद की धार्मिक यात्रा पर हुए हमले के बाद फैली थी। धार्मिक जुलूस पर हमले के बाद दो समूहों के बीच झड़पें हुईं। इसके चलते दो होम गार्डों की मौत हो गई और लगभग 20 पुलिसकर्मियों सहित दर्जनों लोग घायल हुए। हरियाणा में सोमवार और मंगलवार को हुई हिंसा में छह लोग मारे गए और 88 घायल हुए।

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