सार
शंभू बॉर्डर। हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर से किसान दिल्ली की तरफ मुड़ चुके हैं। दिल्ली के लिए 101 किसान रवाना हो चुके हैं। उन्हें रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने सारे पुख्त इंतजाम करना शुरू कर दिए हैं। हरियाणा पुलिस ने घग्गर नदी पर बने पुल पर उन्हें रोक दिया। इसके बाद किसान और पुलिस दोनों के बीच जमकर बहस हो गई। किसानों ने विरोध करने की भी कोशिश की। पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस से भी हमला किया। आज कांग्रेस नेता और पहलवान बजरंग पूनिया भी पहुंचे हैं।
किसानों पर दागे आंसू गैस ने जमकर हंगामा कर दिया। साथ ही केमिकल वाला पानी तक किसानों पर बरसाया गया। अभी तक हरियाणा की तरफ से 30 से ज्यादा आंसू गैस के गोल दागे जा चुके हैं। इस पूरे हंगामे के बीच 15 किसान बुरी तरह से घायल हो चुके हैं। प्रशासन के पास एंलुबेंस भी खत्म हो चुकी है। अब किसान अपनी प्राइवेट गाड़ियों से हॉस्पिटल ले जा रहे हैं। बजरंग पूनिया जब यहां पहुंचे तो उन्होंने कहा कि जात-पात से ऊपर उठकर किसानों का साथ देना चाहिए। किसान खेतों में काफी मेहनत करते हैं। किसान अपनी फसलों का न्यूनतम रेट मांग रहे हैं।
राकेश टिकैत ने किया था बड़े आंदोलन का ऐलान
आपकी जानकारी के लिए बात दें कि किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल के मरणाव्रत का जब 18वां दिन चल रहा था। उस वक्त उनकी सेहत के बारे में पूछने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत के अलावा हरिंदर सिंह लक्खोवाल के साथ-साथ पांच नेता पहुंचे थे। इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बड़ा ऐलान किया था। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधने का काम किया। नेता राकेश टिकैत ने मोदी सरकार को कलयुग की प्रोफेशनल सरकार करार दिया था। साथ ही उन्होंने एक बार फिर से एक बड़े आंदोलन का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि ये तभी संभव हो पाएगा यदि सभी संगठन इसके लिए साथ आएंगे।