सार
हरियाणा के सोनीपत में पेटीएम में एरिया सेल्स मैनेजर के 9 साल के बेटे की अपहरण के बाद हुई हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इस वारदात को अंजाम देने वाला कोई कुख्यात बदमाश नहीं, बल्कि एक 11वीं क्लास में पढ़ने वाला नाबालिग छात्र है।
सोनीपत. हरियाणा के सोनीपत से एक नाबालिग 9 साल के बच्चे की अपहरण और मर्डर का मामला समने आया है। सोनीपत पुलिस ने इस केस में चौंकाने वाला खुलासा किया है, क्योंकि इस हत्या को अंजाम देने वाला कोई बड़ा अपराधी नहीं, बल्कि एक 11वीं में पढ़ने वाला नाबालिग छात्र है। जिसने एकदम फिल्मी अंदाज में बच्चे को किडनैप करके मार डाला। पुलिस की जांच में इसके पीछे की जो वजह सामने आई है वो काफी हैरान करने वाली है। आरोपी नाबालिग ने इसलिए यह हत्या की है कि वह जल्द अमीर बनना चाहता था, इसलिए इस पूरे मामले को अंजाम दे डाला।
मासूम बच्चा सोनीपत में पेटीएम में एरिया सेल्स मैनेजर का बेटा
दरअसल, यह पूरा मामला सोनिपत जिले के बहालगढ़ थाना क्षेत्र की टीडीआई एसपिनिया सोसाइटी का है। जहां के बेसमेंट में बनी पानी की टंकी में 9 साल के बच्चे का शव खून से लथपथ हालत में मिला था। पुलिस ने बच्चे की पहचान अर्जित उर्फ हन्नू के रूप में की है। मासूम सोनीपत में पेटीएम में एरिया सेल्स मैनेजर अजीत त्रिपाठी के बेटा था। जिसका एक नाबालिग आरोपी बच्चे ने सोमवार शाम अपहरण किया था। शुरूआती जांच में सामने आया है कि बच्चे को बहला-फुसलाकार अपने साथ लेकर गया था। अपहरण करने के बाद आोरपी नाबालिग ने एक फिरौती पत्र लिखा और पीड़ित परिवार के घर में फेंक दिया। जिससे बच्चे का किडनैप होने का सच पता चला।
परिवार का खर्च और पिता के इलाज के लिए मांगी थी 6 लाख की फिरौती
मामले की जांच कर रहे डीसीपी गौरव राजपुरोहित ने बताया कि मुख्य आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया है। अपहरण और मर्डर की इस खौफनाक वारदात की वजह और भी चौंकाने वाली है। पूछताछ के दौरान पता चला है कि आरोपी नाबालिग बच्चे का पिता मानसिक रूप से बीमार रहता है। घर की आर्थिक हालत भी ठीक नहीं है, परिवार का खर्च भी ठीक से नहीं चल पाता। बस इसी वजह से आरोपी किशोर ने इस वारदात को अंजाम दिया। पता चला कि आरोपी बच्चे ने इस केस में खुद को फंसता देख हत्या कर डाली। मर्डर से पहले उसने पत्र लिखकर पीड़ित परिवार से 6 लाख की फिरौती मांगी थी, ताकि पिता का इलाज और परिवार का खर्च निकाल सके। मृतक बच्चा और आरोपी किशोर दोनों एक की स्कूल में पढ़ते हैं। फिलहाल उसे बाल सुधार गृह भेज दिया है।