सार

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय-Cyclone Biparjoy राजस्थान में प्रवेश कर चुका है। चक्रवात गुजरात के 940 से अधिक गांवों के ऊपर से होकर करीब 12 किमी प्रति घंट की रफ्तार से राजस्थान की तरफ बढ़ गया था। 

नई दिल्ली.भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) के अनुसार, चक्रवाती तूफान बिपरजॉय-Cyclone Biparjoy राजस्थान में प्रवेश कर चुका है। चक्रवात गुजरात के 940 से अधिक गांवों के ऊपर से होकर करीब 12 किमी प्रति घंट की रफ्तार से राजस्थान की तरफ बढ़ गया था।

चक्रवात गुजरात के 940 से अधिक गांवों के ऊपर से होकर करीब 12 किमी प्रति घंट की रफ्तार से राजस्थान की तरफ बढ़ा। गुजरात और राजस्थान के कुछ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवात 15 जून की शाम करीब 6.30 बजे गुजरात क कच्छ-सौराष्ट्र तट से टकराया था। रात में ही यह बाड़मेर के रास्ते राजस्थान पहुंच गया। IMD ने 125 से 140 किमी प्रति घंटे की स्पीड से तूफान हवाएं चल रही थीं। हालांकि बाद में इसकी रफ्तार 108 किमी प्रति घंटा हो गई।

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का दक्षिण पश्चिम मानसून पर असर

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के असर से दक्षिण पश्चिमी मानसून कमजोर पड़ गया है। इस बीच चक्रवात के लैंडफॉल से गुजरात के तटीय जिलों में भारी बारिश हो रही है। यहां से 94000 लोगों को शिफ्ट किया गया। 15 जहाज, 7 एयरक्रॉफ्ट और NDRF की टीमें तैयार हैं।

भारत में आजकल में मौसम का पूर्वानुमान

स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के अनुसार, आजकल में गुजरात के कच्छ क्षेत्र में मध्यम से भारी बारिश के साथ-साथ कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश संभव है। सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में हवा की गति 100 किमी प्रति घंटा से अधिक हो सकती है। पूर्वोत्तर अरब सागर में ऊंची लहरों के साथ समुद्र की स्थिति बहुत खराब हो सकती है।

असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश संभव है।

पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश संभव है।

गुजरात क्षेत्र, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, जम्मू कश्मीर, पंजाब के हिमाचल प्रदेश भागों और दक्षिण पश्चिम राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

16 जून से दक्षिण पश्चिम और पश्चिमी राजस्थान में बारिश की तीव्रता बढ़ेगी और स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और विदर्भ और मराठवाड़ा में 1 या 2 स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।

पूर्वोत्तर भारत में मौसम का पूर्वानुमान

16 जून को अरुणाचल प्रदेश में और 17 जून तक असम और मेघालय में अलग-अलग जगहों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की भी संभावना है।

पूर्वी भारत में मौसम का पूर्वानुमान

हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।

उत्तर पश्चिमी भारत में मौसम का पूर्वानुमान

18 और 19 जून को उत्तराखंड के छिटपुट स्थानों पर गरज और ओलावृष्टि की संभावना।

16 और 17 जून को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, भारी से बहुत भारी वर्षा और अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना; 17 और 18 जून को दक्षिण पूर्व राजस्थान में यही मौसम रहेगा।

18 को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की भी संभावना है। 16 और 19 जून को दक्षिणपूर्वी राजस्थान में बहुत भारी बारिश संभावित। देश के बाकी हिस्सों में कोई महत्वपूर्ण मौसम की संभावना नहीं है।

भारत में अधिकतम तापमान और हीट वेव चेतावनी

ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति जारी रहने की संभावना है।

भारत के विभिन्न राज्यों में बीते दिन मौसम का हाल

स्काईमेट वेदर के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर मिजोरम, त्रिपुरा, उत्तरी पंजाब और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।

शेष उत्तर पूर्व भारत, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सौराष्ट्र और कच्छ, दक्षिण गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश हुई।

मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, हरियाणा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में 1 या 2 स्थानों पर छत्तीसगढ़, तमिलनाडु और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की बारिश हुई।

तटीय आंध्र प्रदेश, बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और आंतरिक ओडिशा में 1 या 2 स्थानों पर हीटवेव की स्थिति रही।

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