सार

असम में नकली नोट छापने के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। ताजा घटनाक्रम के अनुसार, 8 फरवरी को नकली भारतीय मुद्रा छापने के आरोप में फिर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार कार्रवाई में 35 लाख रुपये के नकली नोट जब्त किए गए हैं

नागांव(Nagaon). असम में नकली नोट छापने(fake Indian currency notes) के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। ताजा घटनाक्रम के अनुसार, 8 फरवरी को नकली भारतीय मुद्रा छापने के आरोप में फिर दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार कार्रवाई में 35 लाख रुपये के नकली नोट जब्त किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान महगुरी गांव के स्वरफत अली और नगांव के ढिंग के अलीतांगानी गांव के नूर हुसैन के रूप में हुई है। असम में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।

पढ़िए असम में नकली नोटों का कारोबार

पुलिस ने आगे बताया कि नकली करेंसी मशीन को जब्त कर करके आगे की कार्रवाई की जा रही है। इससे पहले नागांव पुलिस ने 15 जनवरी को नकली भारतीय नोटों के कारोबार में कथित संलिप्तता के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। यह घटना जिले के होरागांव थाना क्षेत्र की है।

पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कामपुर पुलिस थाने की एक टीम ने तलाशी अभियान चलाया और नागांव के होरागांव से तीन लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा कि उन्होंने 500 रुपये के नकली भारतीय मुद्रा नोट (FICN) के 12 टुकड़े भी बरामद किए हैं और उनके कब्जे से A4 आकार के कागज का एक बंडल और एक नकली FICN प्रिंटिंग मशीन जब्त की थी। गिरफ्तार लोगों की पहचान अनारुल अली, साहब उद्दीन और नजरुल अली के रूप में हुई थी। पुलिस ने बताया कि सभी लखीमपुर के रहने वाले हैं।

इससे पहले सितंबर 2022 को, असम पुलिस ने एक गुप्त सूचना के बाद मंगलदोई शहर के लेंगरीपारा इलाके में रविवार देर रात छापे में नकली नोटों के एक रैकेट का भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने लेंगरीपारा इलाके में एक किराए के मकान में छापा मारकर नकली नोटों के रैकेट का भंडाफोड़ किया। इस मामले में पुलिस ने तीन महिलाओं समेत छह लोगों को पकड़ा था। गिरफ्तार लोगों की पहचान ज़मान हुसैन, अनवर हुसैन, सैयद हुसैन, रिजुमा हुसैन, जोबा दास और प्रिया राय के रूप में हुई थी।

उनके कब्जे से 2000 में नकली भारतीय मुद्रा और लाखों रुपये मूल्य के 500 रुपये मूल्य के नकली नोट बरामद किए गए थे। इनके घर से भी घर से करेंसी बनाने की मशीन सहित अन्य अवैध कब्जे भी बरामद किए गए थे।

ऐसे पहचानें नकली नोट

एक रिपोर्ट के अनुसार बाजार में 10, 20, 50, 100, 200, 500, 2000 रुपए के नकली नोटों की भरमार हो चुकी है। ऐसे में जरूरी है कि आप भी यह जानें कि आखिर इनमें से असली नोटों की पहचान कैसे की जाती है। लीजिये हम आपको तरीका बता रहे हैं। इन तरीकों से आंख बंद कर भी पहचान जाएंगे कि नोट असली है या नकली। 

2000 रुपए के नोट को पहचानें

नोट के बाई ओर देवनागरी में उसकी कीमत लिखी होती है।

नोट के बीच में महात्मा गांधी की तस्वीर होगी।

आरबीआई द्वारा जारी किए गए नोटों के सिक्योरिटी थ्रेड पर तीन शब्द लिखे होंगे- भारत, 2000 और आरबीआई।

नोट को तिरछा करने पर सिक्योरिटी थ्रेड का रंग हरे से नीले में बदलता है।

महात्मा गांधी सीरीज के नए नोट में आरबीआई के गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं। साथ ही गरंटी क्लॉज भी होता है।

नोट पर एक नंबर पैनल होता है, जिसमें छोटे से बड़े आकार में संख्या लिखी होती है।

आरबीआई द्वारा जारी किए गए नोटों का एक तय साइज होता है। 2000 रुपये के नोट का साइज 66×166 एमएम होता है।

नोट के दाईं ओर अशोक स्तंभ बना होता है। साथ ही एक वॉटरमार्क भी होता है।

नोट के पिछले हिस्से में उसका प्रिंटिंग ईयर लिखा होता है। बाकी डिटेल्स क्लिक करके पढ़ें

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