सार
केरल में अनोखा मामले देखने को मिला। जहां तिरुअनंतपुरम से शोरानून जा रही वेनाड एक्सप्रेस ट्रेन का लोको पायलट चेरियनाड स्टेशन पर पर रोकना ही भूल गया। जबकि यात्री मौजूद थे, फिर ट्रेन को 700 मीटर रिवर्स लाया गया।
तिरुअनंतपुरम (केरल). Loco Pilot Train Reverse अगर स्टॉपेज से आगे गलती से आपकी कार या बाइक निकल जाए तो आप उसे रिवर्स ला सकते हैं। लेकिन केरल से एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां एक ट्रेन ही रिवर्स आ गई। दरअसल, केरल में ट्रेन के लोको पायलट ने एक स्टेशन पर ट्रेन रोकी ही नहीं, जबकि उसका यहां पर स्टॉपेज था। इतना ही नहीं कई यात्री ट्रेन का इंतजार तक करते रह गए। लेकिन थोड़ी दूर जाने पर जब लोको पायलट को अहसास हुआ तो वह ट्रेन को रिवर्स लेकर आया।
यात्री देखते और चिल्लाते रहे...लेकिन चेरियानाड रेलवे स्टेशन पर नहीं रुकी ट्रेन
दरअसल, यह मामला केरल के अलापुजा जिले का है। जहां रविवार सुबह करीब 7: 45 बजे वेनाड एक्सप्रेस (16302) ट्रेन तिरुअनंतपुरम से शोरानून जा रही थी। शोरानून से पहले इस ट्रेन को मावेलिक्कारा और चेंगन्नूर के बीच चेरियानाड रेलवे स्टेशन पर रुकना था। स्टेशन पर दर्जनों यात्री गाड़ी के हॉल्ट का इंतजार करते रहे। लेकिन जब सामने से यह ट्रेन निकली तो यात्री चिल्लाने लगे। फिर भी लोको पायलट ने ब्रेक नहीं लगाया। क्योंकि पायलट ट्रेन को यहां पर रोकना भूल गया था।
ट्रेन को रिवर्स लाने में लगे 8 मिनट
ट्रेन करीब 700 मीटर दूर पहुंची तब कहीं जाकर लोको पायलट को पता लगा कि ट्रेन चेरियानाड रेलवे स्टेशन पर नहीं रुकी।इसके बाद पायलट ट्रेन को 700 मीटर रिवर्स लेकर आया। तब कहीं जाकर सवारी उसमें बैठ सकीं। बता दें कि ट्रेन को रिवर्स लाने में करीब 8 मिनट लगे। लेकिन समय बर्बाद होने के बाद भी ट्रेन अपने समय पर डेस्टीनेशन यानि शोरानून स्टेशन पहुंच गई।
इस वजह से लोको पायलट ट्रेन को रोकने में कर गया गलती
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चेरियनाड स्टेशन पर ना तो कोई सिग्नल है और ना ही यहां पर कोई स्टेशन मास्टर, जिसकी वजह से लोको पायलट से यह गलती कर बैठा। हालांकि इस मामले को लेकर अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है और ना ही रेलवे के बड़े अफसरों का कोई बयान सामने आया है। इतना ही नहीं किसी यात्री ने भी इसे लेकर कोई शिकायत की है।