गुजरात ने यूनिफाइड डिजिटल स्टैक और एआई स्टैक लॉन्च कर स्मार्ट, तेज और नागरिक-केंद्रित डिजिटल गवर्नेंस की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया। रीजनल एआई इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस में एमओयू, एआई उपयोग, क्लाउड गाइडलाइन्स और 2026 एआई समिट की तैयारियों पर जोर दिया गया।
गांधीनगर। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने राज्यव्यापी गुजरात यूनिफाइड डिजिटल स्टैक को ऑपरेशनलाइज करते हुए कहा कि इससे डिजिटल गवर्नेंस और ज्यादा स्मार्ट, तेज और नागरिक-केंद्रित बनेगा। उनके अनुसार, नागरिकों को सभी सेवाएँ एक ही प्लेटफॉर्म से सरलता से मिलेंगी। साथ ही विभागों के बीच तेज डेटा शेयरिंग से योजनाओं का रीयल-टाइम विश्लेषण किया जा सकेगा।
रीजनल AI इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित रीजनल एआई इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया। उन्होंने एआई एक्सपीरियेंस ज़ोन का उद्घाटन कर स्टार्टअप स्टॉल्स का भी निरीक्षण किया। इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री हर्ष संघवी और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अर्जुन मोढवाडिया भी उपस्थित थे।
AI इम्पैक्ट समिट 2026 के पूर्व-इवेंट के रूप में आयोजन
यह कॉन्फ्रेंस केंद्र के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और राज्य सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई है। यह आयोजन फरवरी 2026 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में होने वाली एआई इम्पैक्ट समिट का प्री-इवेंट है।
गुजरात AI स्टैक का लॉन्च
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गुजरात एआई स्टैक लॉन्च किया। इस स्टैक के जरिए सरकारी विभागों में ‘प्लग-एंड-प्ले’ एआई को आसानी से अपनाया जा सकेगा। इसमें शामिल 6 प्रमुख AI टूल्स-
- कृषि एआई
- योजना पात्रता जांच
- प्रोक्योरमेंट चैटबोट
- ग्रीवेंस क्लासीफायर
- डॉक्यूमेंट एक्सट्रैक्टर
- चैट मैनेजमेंट टूल
इनसे शासन और अधिक तेज, सटीक और जनता-हितैषी होगा।
गुजरात क्लाउड एडॉप्शन गाइडलाइन्स 2025 लॉन्च
कार्यक्रम में गुजरात क्लाउड एडॉप्शन गाइडलाइन्स 2025 भी लॉन्च की गईं। ये गाइडलाइन्स डिजिटल गवर्नेंस को सुरक्षित, स्केलेबल और एआई-रेडी बनाएंगी और MeitY-एम्पैनल्ड कंप्यूट के उपयोग को आसान बनाएंगी।
दो अहम MoU पर हस्ताक्षर
कॉन्फ्रेंस में दो महत्वपूर्ण समझौते हुए-
- गुजरात सरकार-गूगल-भाषिणी MoU: बहुभाषीय एआई, गुजराती भाषा मॉडल और डिजिटल सार्वजनिक सेवाओं में सहयोग।
- गुजरात सरकार-गिफ्ट सिटी-हेनोक्स MoU: राज्य में केबल लैंडिंग स्टेशन (CLS) स्थापित किए जाएंगे, जिससे गुजरात वैश्विक डिजिटल कनेक्टिविटी का केन्द्र बनेगा और ग्रीन डेटा सेंटर्स को बढ़ावा मिलेगा।
AI: राष्ट्रीय प्रगति का मिशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की नेतृत्व क्षमता के चलते एआई सिर्फ तकनीक नहीं, बल्कि राष्ट्र की प्रगति का मिशन बन गया है। उन्होंने कहा कि गुजरात हमेशा से टेक्नोलॉजी-प्रेरित विकास में आगे रहा है और एआई संसाधन जन कल्याण और फ्यूचर-रेडी शासन में अहम भूमिका निभाएगा।
टेक्नोलॉजी से बदला भारत
श्री पटेल ने कहा कि बीते दशक में टेक्नोलॉजी ने देश में बड़ा बदलाव लाया है। छोटे से छोटे व्यक्ति तक टेक्नोलॉजी पहुँची है और India AI Mission शुरू हुआ है। गुजरात ने भी इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए एआई टास्क फोर्स का गठन किया है।
AI से भविष्य की क्षमता मजबूत होगी
उन्होंने उम्मीद जताई कि इस कॉन्फ्रेंस में हुआ सामूहिक विचार-विमर्श एआई के उपयोग से वर्तमान कार्य क्षमता और भविष्य की तकनीकी जरूरतों को नई दिशा देगा।
उप मुख्यमंत्री श्री हर्ष संघवी का संबोधन
गुजरात: AI क्रांति का निर्माणकर्ता राज्य
उप मुख्यमंत्री श्री हर्ष संघवी ने कहा कि गुजरात एआई क्रांति का केंद्र बन रहा है और निवेशकों तथा स्टार्टअप्स का स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि गुजरात का लक्ष्य Human vs Machine नहीं, बल्कि Human with Machine है, जहाँ एआई इंसानी कल्पना को नए आयाम देता है।
राज्य में AI के विविध उपयोग उन्होंने बताया कि-
- गिफ्ट सिटी में माइक्रोसॉफ्ट के सहयोग से स्थापित एआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भविष्य के टेक इकोसिस्टम को आकार दे रहा है।
- कृषि क्षेत्र में फसल एआई प्लेटफॉर्म से किसान पानी बचा रहे हैं और कीटनाशक उपयोग कम कर रहे हैं।
- 1 लाख से अधिक किसानों को फसल स्वास्थ्य, मिट्टी की स्थिति और पानी उपलब्धता पर एआई आधारित सलाह मिल रही है।
- SIMBA प्रोजेक्ट से वन्यजीवों की रक्षा और निगरानी की जा रही है।
- GSRTC में एआई से सेवा दक्षता बढ़ रही है।
गुजरात पुलिस द्वारा AI का प्रभावी उपयोग
- अहमदाबाद रथयात्रा में एआई सर्वेलांस से 5,481 गुमशुदा बच्चों का पुनर्मिलन कराया गया।
- दाहोद जिले में अवैध गांजे की खेती पर एआई आधारित ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें ड्रोन के जरिए 1.19 करोड़ रुपये से अधिक का गांजा पकड़ा गया।
- अंबाजी मेले में एआई सर्वेलांस से भीड़ प्रबंधन और गुमशुदा लोगों की खोज आसान हुई।
उन्होंने निवेशकों और स्टार्टअप्स को निमंत्रण देते हुए कहा-
गुजरात आपके सपनों का लॉन्च पैड बनेगा।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अर्जुन मोढवाडिया का वक्तव्य
सुशासन के लिए एआई एक शक्तिशाली साधन
उन्होंने कहा कि आज सुशासन में एआई सबसे प्रभावशाली टूल बन चुका है। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में एआई ने डेटा स्टोरेज, पारदर्शिता और काम की गति को बढ़ाया है, जिससे नागरिकों तक सेवाएँ तेजी से पहुँच रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत एआई तकनीक में नई ऊँचाइयाँ हासिल कर रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह कॉन्फ्रेंस एआई क्षेत्र में नई क्रांति की शुरुआत करेगी।
राष्ट्रीय स्तर पर एआई की भूमिका
MeitY के अपर सचिव व एनआईसी महानिदेशक श्री अभिषेक सिंह ने बताया कि फरवरी 2026 में भारत में वैश्विक एआई समिट आयोजित होगी। यह पहली बार होगा कि कोई विकासशील देश इस तरह की समिट की मेजबानी करेगा। उन्होंने कहा कि नई तकनीक के क्रियान्वयन में गुजरात हमेशा अग्रणी रहा है और एआई में भी देश का रोल मॉडल बनेगा।
कॉन्फ्रेंस में थीमैटिक सत्र और विशेषज्ञ चर्चा
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव श्रीमती पी. भारती ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में पाँच प्रमुख विषयों पर चर्चा होगी-
- एआई फॉर एग्रीकल्चर
- एआई फॉर हेल्थकेयर
- गवर्नेंस
- अर्बन एवं रूरल ट्रांसफॉर्मेशन
- फिनटेक
साथ ही, 2026 की एआई इम्पैक्ट समिट के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी तैयार होंगे। कार्यक्रम के अंत में गुजरात इन्फॉर्मेटिक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री अरविंद विजयन ने आभार व्यक्त किया। कॉन्फ्रेंस में राज्य और केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी, वैश्विक टेक कंपनियाँ, IITs और 100 से अधिक स्टार्टअप्स के इनोवेटर्स शामिल हुए।
