सार
छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी जैन तीर्थ में आचार्य विद्यासागर महाराज का संथारापूर्वक देवलोक गमन हुआ। उनके समाधि लेकर ब्रह्मलीन होने की जानकारी मिलते ही एमपी में आधे दिन का राजकीय शोक रखा गया है।
भोपाल. दिगंबर जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज ने 17 फरवरी रात को अपनी देह त्याग दी। उन्होंने इससे पहले तीन दिन का उपवास रखकर मौन व्रत धारण किया था। उनके ब्रह्मलीन होने की खबर से देशभर में शोक की लहर है। ऐसे में मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव ने भी इसे राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।
जैन तीर्थ में संथारापूर्वक देवलोक गमन
बताया जा रहा है आचार्य विद्यासागर महाराज ने शनिवार रात को छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी जैन तीर्थ में अपनी देह त्यागी है। आज दोपहर उनके अंतिम संस्कार की रस्म होगी। उनके ब्रह्मलीन होने पर पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम मोहन यादव तक ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर शोक व्यक्त किया है।
आधे दिन का राजकीय शोक
सीएम मोहन यादव ने लिखा परम पूज्य संत 108 आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का समाधि पूर्वक देहविलय जैन समाज के साथ ही राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है। पवित्र आत्मा के सम्मान में राज्य सरकार द्वारा आधे दिन का राजकीय शोक रखा गया है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश शासन की ओर से कैबिनेट मंत्री श्री चैतन्य कश्यप, महाराज श्री की अंतिम यात्रा में सम्मिलित होंगे।