सार

अगर ये डॉग आपको कहीं दिखे, तो पुलिस को सूचना दें। इसके एवज में आपको उचित इनाम दिया जाएगा। हुआ यूं कि ग्वालियर में शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात दिल्ली से भोपाल जाते समय एक आईएएस अधिकारी का पालतू डॉग लापता हो गया।

ग्वालियर. अगर ये डॉग आपको कहीं दिखे, तो पुलिस को सूचना दें। इसके एवज में आपको उचित इनाम दिया जाएगा। हुआ यूं कि ग्वालियर में शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात दिल्ली से भोपाल जाते समय एक आईएएस अधिकारी का पालतू डॉग लापता हो गया। ग्वालियर में डॉग ने कार से छलांग लगा दी थी और फिर भाग गया।

सर्च कर रही है पुलिस

ग्वालियर जिले में पुलिस दिन-रात डॉग की तलाश कर रही है। डॉग कहां चला गया होगा, इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। डॉग को पकड़ने वाले या सूचना देने वाले को उचित इनाम देने की घोषणा करते हुए शहर में पोस्टर भी लगाए गए हैं।

जानकारी के मुताबिक अधिकारी अपने दोनों डॉग को कार से दिल्ली ले जा रहे थे। कार सवार ग्वालियर के बिलोवा इलाके में एक ढाबे पर रुके। इसी दौरान दोनों डॉग भाग गए। स्टाफ के लोग भी डॉग के पीछे दौड़े। एक किलोमीटर आगे जाने पर एक डॉग को उन्होंने पकड़ लिया। लेकिन दूसरा भाग गया।

ये डॉग भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राहुल द्विवेदी के हैं। राहुल फिलहाल दिल्ली में तैनात हैं। वह मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी अनय द्विवेदी के भाई हैं। अनय द्विवेदी ग्वालियर नगर निगम के आयुक्त रह चुके हैं। बिल्लोवा थाना प्रभारी ने बताया कि पेट डॉग अभी तक नहीं मिला है। तलाश अभी जारी है।

डॉग से जुड़ा एक अजीब मामला ये भी मीडिया की सुर्खियों में आया था

यह मामला जुलाई, 2022 का है। राप्ती गंगा एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रहे यात्री का डॉग अचानक से गायब (Dog Missing) हो गया था। यात्री ने अपने डॉग को वापस पाने के लिए रेल मंत्रालय (Railway Ministry) और रेलवे बोर्ड तक को ट्वीट (Tweet)कर दिया था। इस पर रेलवे अधिकारी अलर्ट हुए और टीटीई (TTE) व ट्रेन के वेंडर से पूछताछ की। लेकिन पूछताछ में कुछ और कहानी सामने आई थी।

दरअसल, पैसेंजर उत्कर्ष सिंह ने रेल मंत्रालय को ट्वीट करने के साथ ही अपने डॉग की मिसिंग रिपोर्ट जीआरपी गोरखपुर में की थी। रिपोर्ट में लिखवाया गया था कि जब वे 19 जुलाई को राप्ती गंगा एक्सप्रेस के एसी थ्री के बी फोर कोच में देहरादून (Dehradun) से गोरखपुर (Gorakhpur) तक सफर कर रहे थे, तभी उनका डॉग गायब हो गया था। बाद में मालूम चला कि ट्रेन में डॉग लेकर नहीं जा सकते। लिहाजा जुर्माने के साथ डॉग को एक अन्य बोगी में रखने की व्यवस्था होती है। टीटीई धनंजय कुमार ने डॉग को वहीं शिफ्ट कर दिया था। हालांकि इस मामले की लंबी जांच चली थी।

यह भी पढ़ें

जयपुर सीरियल ब्लास्ट 2008: चौकड़ी ने उड़ाई गहलोत सरकार की नींद, एक टॉप वकील नौकरी से Kick Out, जानिए क्यों मचा है बवाल

यहां क्यों फेल हुआ बुलडोजर? 1972 तक ओपन थी इंदौर की ये खूनी बावड़ी, 1983 के बाद ऐसा क्या हुआ कि लोग गिरकर मरते गए?