सार
भोपाल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज उज्जैन में बाबा महाकालेश्वर के दर्शन कर मन्दिर परिसर में ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़े के अन्तर्गत स्वच्छता के लिये श्रमदान किया। उन्होंने मन्दिर परिसर में कोटितीर्थ के समीप झाड़ू भी लगाई। राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी स्वच्छता के लिये श्रमदान में शामिल हुए। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कोटितीर्थ से श्रीमहाकालेश्वर मन्दिर के शिखर दर्शन भी किये।
श्रीमहाकाल लोक का किया भ्रमण, शिल्पकारों के शिल्प को सराहा
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने उज्जैन में श्रीमहाकालेश्वर मन्दिर में दर्शन के बाद ई-कार्ट में बैठकर श्रीमहाकाल लोक का भ्रमण कर विभिन्न प्रतिमाओं को देखा। उन्होंने श्रीमहाकाल लोक के निर्माण और वहां स्थापित शिल्प की प्रशंसा की।
बटुकों ने वैदिक मंत्रोच्चार और शंखनाद के साथ किया स्वागत
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु के श्रीमहाकाल लोक भ्रमण के दौरान नीलकंठ महादेव की प्रतिमा के समीप 45 सदस्यीय बटुक दल ने वैदिक मंत्रोच्चार और शंखनाद के साथ स्वागत किया। शिव-बारात शिल्प के पास लोक कलाकारों ने काठी नृत्य, कालभैरव प्रतिमा के समीप भगोरिया नृत्य और दुर्लभ दर्शन केन्द्र के पास गणगौर नृत्य प्रस्तुत कर राष्ट्रपति का अभिनन्दन किया। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कलाकारों का अभिवादन किया।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु का नन्दी गेट पर राज्यपाल श्री पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. यादव, महंत श्री विनीत गिरि, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला कुंवर देवड़ा, महापौर श्री मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव ने पुष्प-गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।