सार
मध्यप्रदेश में आज 'मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना' का शुभारंभ हुआ। इस दौरान खुद सीएम शिवराज ने बुजुर्गों को सरकारी खर्च पर हवाई जहाज से तीर्थयात्रियों का एक जत्था प्रयागराज के लिए रवाना किया।
भोपाल. मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने अपनी जनकल्याण योजना के तहत फ्लाइट से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन स्कीम की आज शुरूआत कर दी है। खुद सीएम शिवराज ने बुजुर्गों को सरकारी खर्च पर हवाई जहाज से तीर्थयात्रियों का एक जत्था प्रयागराज के लिए रवाना किया। बता दें कि मध्यप्रदेश सरकारी खर्च पर हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा कराने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
फ्लाइट के टिकट से लेकर रहने-खाने तक का खर्च उठा रही शिवराज सरकार
दरअसल, भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट से रविवार सुबह 9.45 बजे प्रयागराज के लिए पहली ट्रिप ने तीर्थ दर्शन के लिए इंडिगो की फ्लाइट से उड़ान भरी। इस दौरान फ्लाइट में 32 बुजुर्ग तीर्थ यात्री सवार थे। 19 जुलाई तक चलने वाली इस यात्रा में 25 जिलों के बुजुर्गों को प्रयागराज, शिर्डी, मथुरा-वृंदावन और गंगासागर ले जाया जाएगा। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन स्कीम के तहत यात्रियों के रहने-खाने से लेकर दर्शन और वापसी का पूरा खर्च राज्य सरकार उठा रही है।
फ्लाइट की पहली ट्रिप में 24 पुरुष और 8 महिलाएं शामिल
बता दें कि फ्लाइट से तीर्थ दर्शन करने वालों में टोटल 32 यात्री शामिल हैं। जिसमें 24 पुरुष और 8 महिलाएं हैं। इस यात्रा को हवाई जहाज से 24 से 36 घंटे में पूरा किया जाएगा। जबकि ट्रेन से जाने पर करीब से चार से पांच दिन का वक्त लगता है। वहीं अगर निजी खर्चे की बात की जाए तो भोपाल से प्रयागराज का फ्लाइट का किराया एक यात्री पर एक तरफ से करीब साढ़े 3 हजार रुपए लगते हैं। लेकिन इस योजना में किसी का एक रुपए भी खर्च नहीं होगा, सारी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।
सीएम शिवराज ने बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर किया रवाना
भोपाल एयरपोर्ट पर तीर्थ यात्रियों को विमान से रवाना करने के लिए सरकार के कई मंत्री और विधायक मौजूद रहे। खुद सीएम शिवराज ने इस दौरान बुजुर्ग यात्रियों के पैर छूकर और गले लगाकर रवाना किया। वहीं सीएम शिवराज ने कहा-बुजुर्गों का आशीर्वाद बना रहे...एक संकल्प आज पूरा हुआ है, एक सपना आज साकार हुआ है। नर्मदा वासी चले गंगा मैया के दर्शन के लिए... मेरे माता पिता समान बुजुर्ग आज हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा कर रहे हैं। सीएम ने कहा-भारतीय जनता पार्टी की सरकार का कर्तव्य है कि मनुष्य को हर प्रकार की सुख देने की कोशिश करना है।