सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमें फिर से मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाना है तो 29 सीटों से भाजपा को जिताना है। लेकिन आज छिंदवाड़ा को भी एक वचन देना पड़ेगा, आज से मैं शुरू कर रहा हूं मिशन 29, और आपको इसे पूरा करना होगा।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के परिणाम आए तीन हो गए हैं। लेकिन बीजेपी अभी तक सीएम कौन होगा यह तय नहीं कर पाई है। शिवराज सिंह चौहान से लेकर नरेंद्र तोमर और प्रहलात पटेल रेस में है। वहीं एक नाम सुमेर सिंह सोलंकी का भी है जो मोदी-शाह के करीबी हैं।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में जीते हुए मंत्रियों और सांसदों ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जिसमें मध्यप्रदेश के सांसद और मंत्री भी शामिल है। इसी बीच ये चर्चा भी चल पड़ी है कि एमपी का अगला सीएम कौन होगा।
विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली बंपर जीत के लिए शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहनाओं का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा फिर 10 तारीख आ रही है आपके खाते में लाड़ली बहना योजना का पैसा आएगा।
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में जीत का कारण लाड़ली बहनाओं का समर्थन माना जा रहा है। ऐसे में शिवराज सिंह चौहान से सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर लाड़ली बहना से संकल्प पूरा करने का वादा किया है।
भोपाल से लेकर दिल्ली तक अब हलचल तेज हो गई है कि मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होगा। आम आदमी से लेकर राजनेता तक के मन में यही सवाल चल रहा है कि आखिर बीजेपी हाईकमान किसे एमपी की कुर्सी सौंपेगी।
मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिलने के बाद कामलनाथ ने आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सभी हारे और जीते प्रत्याशियों को बुलाया। बैठक में चर्चा कि जा रही है कि आखिर हमारी इतनी बुरी हार किस वजह से हुई है।
भोपाल से लेकर दिल्ली तक चर्चा है कि मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होगा। इसी बीच चुनाव से फ्री होन के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान अपने पूरे परिवार के साथ एक होटल में डिनर करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने तस्वीर शेयर की और शानदार कैप्शन भी लिखा…
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के चलते पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ सकती है। सूत्रों के अनुसार पार्टी ने उन्हें पद छोड़ने के लिए कहा है।
बीजेपी ने मध्य प्रदेश में बंपर जीत हासिल कर ली। लेकिन अब मुख्यमंत्री का नाम फाइनल करना आलाकामन के लिए बहुत मुश्किल है। क्योंकी सीएम की रेस में करीब आधा दर्जन नेताओं के नाम हैं। सभी सीनियर हैं, जिन्होंने दिल्ली जाना शुरू कर दिया है।