सार
गुजरात के दाहोद में छह साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की कोशिश और हत्या के मामले में प्रिंसिपल के खिलाफ 1700 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई है।
पिपलिया: छह साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की कोशिश के दौरान गला घोंटकर हत्या करने वाले प्रिंसिपल के खिलाफ 1700 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई है। गुजरात के दाहोद में हुई इस घटना के 12 दिनों के भीतर पुलिस ने रिकॉर्ड पेज नंबरों के साथ चार्जशीट दाखिल की है। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने बताया कि सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ यह चार्जशीट मजबूत वैज्ञानिक सबूतों के आधार पर दायर की गई है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का फैसला लिया गया है और इसके लिए विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया गया है। कुल 150 गवाहों के बयान चार्जशीट में शामिल किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने सबूत मिटाने के लिए कार धोने की कोशिश की, लेकिन सबूत पूरी तरह से मिटाए नहीं जा सके।
यह वारदात गुजरात के दाहोद जिले के पिपलिया के एक प्राइमरी स्कूल में हुई थी। स्कूल की पहली कक्षा की छात्रा का शव 19 सितंबर को स्कूल परिसर में मिला था। पोस्टमॉर्टम में पता चला कि बच्ची की मौत दम घुटने से हुई थी। इसके बाद दाहोद पुलिस अधीक्षक राजदीप सिंह जाला के नेतृत्व में 10 टीमों ने जांच शुरू की तो पता चला कि बच्ची को उसके माता-पिता ने प्रिंसिपल के साथ ही स्कूल भेजा था।
बच्ची के साथ दुष्कर्म की कोशिश के दौरान बच्ची ने शोर मचाया और विरोध किया। इस पर प्रिंसिपल ने बच्ची का मुंह दबाकर उसे चुप कराने की कोशिश की। दम घुटने से बच्ची की मौत हो गई तो प्रिंसिपल ने उसके शव को कार की डिक्की में रखा और हमेशा की तरह स्कूल चला गया। क्लास खत्म होने के बाद बच्ची का बैग और दूसरा सामान गेट के पास और शव क्लासरूम के बाहर फेंक कर वह घर चला गया। बच्ची के लापता होने की सूचना मिलने पर परिजनों ने पुलिस को सूचित किया और तलाशी के दौरान छह साल की बच्ची का शव बरामद हुआ।