सार
मध्य प्रदेश के शाजापुर में एक कांस्टेबल प्यार में इस तरह बौखला गया कि उसने घर में घुसकर प्रेमिका और उसके पिता को गोली मार दी। इसके बाद खुद ने भी ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया। इस तरह पुलिसवाले की मौत के साथ मोहब्बत का अंत हो गया।
शाजापुर. मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। जहां पुलिस कांस्टेबल ने घर में घुसकर पहले अपनी प्रेमिका और उसके पिता को गली मारी। इसके बाद रेलवे पटरी पर जाकर चलती ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। वहीं गोली लगने से लड़की के पिता की मौके पर मौत हो गई है। जबकि युवती गंभीर रूप से घायल है, इंदौर रेफर कर दिया गया। बता दें कि सिपाही ने इस घटना को अंजाम देने के बाद प्रेमिका से साथ तस्वीरें भी फेसबुक पर शेयर की। साथ ही लिखा-प्यार में मिला धोखा…इसलिए ठोका…प्रेमिका को ऐसा दर्द दिया है जो जिंदगी भर नहीं भूल पाएगी।
प्रेमिका के दरवाजे लगे तो प्रेमी लोहे की सीढ़ी लगाकर पहली मंजिल में घुसा
दरअसल, यह शॉकिंग घटना शाजापुर जिले से 15 किलोमीटर बेरछा गांव का है। यह पूरा मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा है। वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी आरक्षक की पहचान सुभाष खराड़ी के रूप में हुई है, जिसने खुद ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। कांस्टेबल सुभाष प्रेमिका की हत्या करने के लिए रविवार-सोमवार की दरमियानी रात एक बजे पहुंचा था। घर के दरवाजे लगे थे तो वो लोहे की सीढ़ी लगाकर पहली मंजिल में घुसा। लेकिन सिपाही को लड़की के पिता ने देख लिया और दोनों के बीच बहस होने लगी। इसके बाद सुभाष ने गुस्से में आकर फायरिंग कर दी। गोलियां युवती और उसके पिता को लग गईं। दोनों को गोलियां लगने के बाद आरोपी मौके से भाग गया।
दोनों की मोहब्बत के बीच में धर्म आ गया…
कांस्टेबल सुभाष खराड़ी का बेरछा में रहने वाली शिवानी नाम की लड़की से प्यार करता था। दोनों एक-दूसरे को पसंद करते थे। वह शादी भी करना चाहते थे। लेकिन जैसे ही इस बात की भनक लड़की के परिवार को पता लगी तो उन्होंने इसका विरोध किया और उसकी शादी कहीं और तय कर दी। क्योंकि युवती मुस्लिम थी और आरोपी कांस्टेबल हिंदू, यानि दोनों के प्यार के बीच धर्म आड़े आ गया। लड़की के पिता जाकिर खान चाहते थे कि बेटी की शादी मुस्लिम धर्म में ही हो। इस तरह दोनों का मिलना-जुलना भी बंद हो गया। प्रेमिका की शादी की भनक जब कांस्टेबल को लगी तो वह बौखला गया। इसी बौखलाहट की वजह से इस वारदात को अंजाम दे गया।
शिवानी-सुभाष के इश्क का हुआ खौफनाक अंत
बता दें कि कांस्टेबल सुभाष के पिता मायाराम खराड़ी पुलिस विभाग में एसआई के पद पर पदस्थ थे। पिता ने 8 साल पहले बेरछा थाने में सेवाएं दी थीं। इसी बीच सुभाष के पिता की मौत के मौत हो गई और सुभाष को अनुकंपा नियुक्ति मिल गई। इसी दौरान वह शिवानी से मिला और दोनों के बीच दोस्ती हो गई। यह दोस्ती कब प्यार में बदल गई उनको पता ही नहीं चला। लेकिन उनकी मोहब्बत का इतना खौफनाक अंत होगा उन्होंने भी नहीं सोचा होगा। सुभाष की फिलहाल पोस्टिंग देवास जिले में थी।