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पुणे होर्डिंग्स हादसा: पत्नी की मौत पर रो पड़ा पति-'मुझे नहीं लगता कि मैं उसके बिना जीवित रह पाऊंगा'
महाराष्ट्र के पुणे जिले के पिंपरी चिंचवाड़ कस्बे में एक सर्विस रोड पर तेज हवा के कारण लोहे का होर्डिंग गिरने से 17 अप्रैल की शाम 4 महिलाओं सहित पांच लोगों की मौत ने प्रशासन पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
| Published : Apr 18 2023, 06:34 AM IST / Updated: Apr 18 2023, 06:37 AM IST
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पुणे. महाराष्ट्र के पुणे जिले के पिंपरी चिंचवाड़ कस्बे में एक सर्विस रोड पर तेज हवा के कारण लोहे का होर्डिंग गिरने से 17 अप्रैल की शाम 4 महिलाओं सहित पांच लोगों की मौत ने प्रशासन पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। यह घटना रावत किवले इलाके में मुंबई-पुणे हाईवे पर सर्विस रोड पर हुई। इससे पहले भी(दूसरी तस्वीर) यहां ऐसे मामले सामने आते रहे हैं।
कुछ लोग तेज हवाओं के दौरान लोहे के होर्डिंग के नीचे पंचर सुधारने की दुकान के नीचे छुपे थे। अचानक होर्डिंग का स्ट्रक्चर उन पर गिर गया था
होर्डिंग्स गिरने से चारों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
हादसे में मरन वालों की पहचान पहचान शोभा टाक (50), वर्षा केदारो (50), भारती मंचक (33), अनीता उमेश रॉय (45) और यूपी निवासी रमावत (29) के रूप में हुई है। यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले 2018 में भी ऐसा बड़ा हादसा सामने आया था।
यह तस्वीर 2018 की है। पुणे में शाहिर अमर शेख चौक पर 5 अक्टूबर, 2018 कोरेलवे की जमीन पर लगे होर्डिंग का एक हिस्सा सड़क पर गिरने से रेड लाइट के ग्रीन होने का इंतजार कर रहे व्हीकल्स और लोग कुचल गए थे। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी जबकि 11 अन्य घायल हो गए थे।
हादसे में मरने वाली भारती अपनी सहेलियों के साथ घर के लिए निकली थी। उनके पति नितिन ने कुछ देर पहले कॉल करके कहा था कि वहीं रुकें, वो लेने आ रहा है। जैसे ही भारती ने फोन रखा, होर्डिंग टूटकर उन पर आ गिरा।
नितिन के अनुसार उसके 8 और 4 साल के दो बच्चे हैं। भारती किवाले एरिया की एक सोसायटी में हाउसकीपर थी। परिवार इतना गरीब है कि एक फीस नहीं देने पर एक बच्चे का रिजल्ट तक नहीं ले पाए थे।
भारती के पति नितिन ने रोते हुए कहा-“मुझे एक दिन भी याद नहीं है कि मैं उसके बिना रहा हूं। मुझे नहीं लगता कि मैं उसके बिना जीवित रह पाऊंगा।"
वाईसीएम हॉस्पिटल एंड कॉलेज के डीन डॉ. राजेंद्र वाबले ने कहा, 'सभी पीड़ितों को अस्पताल में मृत अवस्था में लाया गया था। उन्हें सिर में चोट लगने के साथ ही शरीर में अन्य चोटें आई हैं। ऐसा लगता है कि ये मौतें ढांचा गिरने के तुरंत बाद हुई हैं।”