सार

हत्या के आरोपी पूर्व पुलिसकर्मी सचिन वाझे ने कोर्ट से लैपटॉप की मांंग की है। हैरानी की बात तो यह है कि वे ये लैपटॉप जेल के अंदर रखेंगे। क्योंकि उन्हें जेल के अंदर वह काम करना है। जिसकी उन्हें लंबे समय से इच्छा है।

मुंबई. एंटीलिया कांड और बिजनेसमैन मनसुख हिरेन की हत्या के आरोपी जेल में बंद पुलिसकर्मी सचिन वाझे ने कोर्ट से जेल में लैपटॉप रखने की अनुमति मांगी है। ये अनुमति उन्होंने इसलिए मांगी है। क्योंकि वे जेल के अंदर किताब लिखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे अब तक अंग्रेजी और मराठी में कई किताबें लिख चुके हैं। उन्हें यहां भी किताब लिखने के लिए लैपटॉप की जरूरत है।

आपको बतादें कि 2021 में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के नजदीक विस्फोटक से भरी एक कार मिली थी। बताया जा रहा था कि उस कार का मालिक मनसुख हिरने था। लेकिन इसी साल 5 मार्च को मनसुख हिरने की लाश महाराष्ट्र के ठाणे में मिली थी। इस मामले में जांच पड़ताल के बाद एनआइए ने सचिन वाझे को गिरफ्तार किया था।

28 फरवरी को होगी सुनवाई

फिलहाल सचिन वाझे न्यायायिक हिरासत में हैं। इस मामले में अगली सुनवाई 28 फरवरी को होनी है। उन्होंने कोर्ट को दिए आवेदन में लिखा है कि उन्हें किताब लिखने का शौक है। उनका कहना है कि 26.11 के आतंकी हमले पर उनकी लिखी किताब का इंग्लैंड के लेखक ने अंग्रेजी में अनुवाद किया है। अब वे जेल के अंदर किताब लिखने के लिए लैपटॉप की मांग कर रहे हैं।

प्रतिबंधित है लैपटॉप मोबाइल और अन्य डिवाईस

आपको बतादें कि जेल के अंदर मोबाइल, लैपटॉप और अन्य डिवाईस रखना प्रतिबंधित है। क्योंकि अगर ये चीजें किसी को रखने दी जाए तो वह जेल के अंदर से भी कई अपराधिक गतिविधि को अंजाम दे सकता है। ऐसा कई बार हुआ भी है जब कई गैंगस्टर जेल के अंदर से ही चोरी छुपे मोबाइल रखकर कई घटनाओं की प्लानिंग बनते हुए धराए हैं। ऐसे में सचिन वाझे को ये अनुमति मिलना मुश्किल है। क्योंकि अगर ऐसा होता है तो अन्य जेल में बंदी भी ऐसी मांग करने लगेंगे।