सार

अपने दो मासूम बच्चों का गला घोंटते समय इस 22 वर्षीय मॉं के हाथ नहीं कांपे। ममता को दरकिनाकर कर बच्चों को मौत के घाट उतार दिया और फिर रिश्तेदारों को फोन कर बुला लिया, खुद वारदात से अनजान बनी रही।

औरंगाबाद। मॉं को भगवान का दर्जा दिया गया है। कहते भी हैं कि दुनिया में सिर्फ मॉं की ही ममता नि:स्वार्थ होती है। पर अपने दो मासूम बच्चों का गला घोंटते समय इस 22 वर्षीय मॉं के हाथ नहीं कांपे। ममता को दरकिनाकर कर बच्चों को मौत के घाट उतार दिया और फिर रिश्तेदारों को फोन कर बुला लिया, खुद वारदात से अनजान बनी रही। मृत बच्चों के शवों के पोस्टमार्टम के बाद मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी मॉं को गिरफ्तार कर लिया है।

सोमवार की है घटना

एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, घटना सोमवार की है। शहर के सादात नगर इलाके की रहने वाली आरोपी मॉं ने कथित तौर पर अपने दो बच्चों की गला घोंटकर हत्या कर दी। हालांकि हत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। पर पूरी वारदात में मॉं की भूमिका प्रथमदृष्टया संदेहास्पद है।

छह साल की बेटी और चार साल के बेटे की हत्या

पुलिस अधिकारी का कहना है कि महिला की एक छह साल की बेटी और चार साल का बेटा था। कथित तौर पर उन्हीं की हत्या के आरोप में मॉं को ​अरेस्ट किया गया है। सोमवार की सुबह बच्चे अपने कमरे से बाहर नहीं आए तो आरोपी महिला ने खुद अपने कुछ रिश्तेदारों को फोन कर घर बुलाया। इसके बाद बच्चों को अस्पताल ले जाया गया। पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चली मौत की वजह

बच्चों के शवों के पोस्टमार्टम में सामने आया कि गला घोंटने की वजह से बच्चों की मौत हुई है। उसी रिपोर्ट के आधार पर आरोपी मॉं को अरेस्ट किया गया है। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संगीन धारा-302 (हत्या) समेत अन्य संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मौके से साक्ष्य जुटाकर पड़ताल कर रही है।