महाराष्ट्र के चंद्रपुर में एक किसान ने साहूकार का कर्ज चुकाने के लिए अपनी किडनी बेच दी। साहूकार के दबाव में उसने 8 लाख रुपये में अपनी किडनी बिकवाई। यह घटना किसानों की गंभीर स्थिति को दर्शाती है।
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के चंद्रपुर से इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां कर्ज नहीं चुका पाने पर साहूकारों ने एक किसान की किडनी ही बिकवा दी। बताया जा रहा है कि साहूकारों के लगातार दबाव से तंग आकर किसान को यह कदम उठाना पड़ा। देश और राज्य में किसानों की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं, चाहे वह प्रकृति में बदलाव हो या इंसान का क्रूर व्यवहार। गरीबी के कारण किसानों को जो दर्द झेलना पड़ता है, उसका एक दिल दहला देने वाला उदाहरण विदर्भ के चंद्रपुर जिले में सामने आया है। चंद्रपुर जिले में एक साहूकार ने किसान से कर्ज वसूलने के लिए उसकी किडनी बिकवा दी और इसमें वह कामयाब भी हो गया।
यह घटना चंद्रपुर जिले के नागभीड़ तालुका के मिंथुर में रहने वाले किसान रोशन कुडे के साथ हुई है। कुछ साल पहले, रोशन ने दूध का कारोबार शुरू करने के लिए एक निजी साहूकार से एक लाख रुपये ब्याज पर उधार लिए थे, लेकिन दुर्भाग्य से, उनके मवेशियों की मौत हो गई और वह साहूकार को कर्ज नहीं चुका सके। तब से यह निजी साहूकार बार-बार पैसे चुकाने के लिए दबाव डाल रहा था।
8 लाख रुपये में बेची किडनी
जैसे-जैसे दिन बीतते गए, मूलधन और ब्याज की रकम काफी बढ़ गई। आखिर में, साहूकार ने किसान को किडनी बेचकर पैसे चुकाने की कठोर सलाह दी। उसी साहूकार की सलाह पर रोशन कुडे नाम का किसान पहले कोलकाता और फिर कंबोडिया गया और अपनी किडनी 8 लाख रुपये में बेच दी। पीड़ित किसान ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि साहूकार की वजह से उसकी यह हालत हुई है और उसने साहूकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
एक तरफ राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का दावा करती है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि ग्रामीण इलाकों में किसानों की हालत कितनी खराब है। अब सभी की निगाहें इस पर हैं कि राज्य सरकार और कृषि मंत्री इस पर कितनी जल्दी कार्रवाई करते हैं और संबंधित साहूकार को क्या सजा दी जाती है। किडनी बेचने की इस घटना पर MNS नेता बाला नांदगांवकर ने अपना गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा- यह दिखाता है कि सरकार कितना काम कर रही है। उन्हें अब गंभीरता से सोचना चाहिए।
