सार

मुंबई में 15 लाख रुपये की हीरे की अंगूठी के लिए 75 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

मुंबई: 15 लाख रुपये कीमत की हीरे की अंगूठी के लिए खरीदार नहीं मिलने पर 75 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या करने वाले आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। मुंबई के विरार निवासी पेट्रोल पंप मालिक की हत्या का मामला है। 75 वर्षीय रामचंद्र कक्रानी की पिछले महीने हत्या कर दी गई थी। पेट्रोल पंप मालिक के कार ड्राइवर और उसके साथी ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था। 75 वर्षीय बुजुर्ग से लूटी गई हीरे की अंगूठी और घड़ी को नेपाल में बेचने की कोशिश नाकाम होने के बाद चुपके से उत्तर प्रदेश लौटे ड्राइवर मुकेश और उसके साथी अनिल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 

26 अगस्त को रामचंद्र कक्रानी का शव मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर नालासोपारा के पास से बरामद हुआ था। 25 अगस्त की रात पेट्रोल पंप से 1.48 लाख रुपये की कमाई लेकर उल्हास नगर स्थित अपने घर जाते समय 75 वर्षीय बुजुर्ग लापता हो गए थे। पुलिस को शुरुआत से ही पेट्रोल पंप से 75 वर्षीय बुजुर्ग को घर ले जाने वाले ड्राइवर पर शक था। ड्राइवर और उसके साथी ने एक सुनसान जगह पर 75 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या कर दी। 

ड्राइवर और उसके साथी ने तौलिए से गला घोंटकर बुजुर्ग की हत्या की। 75 वर्षीय बुजुर्ग की मौत सुनिश्चित करने के बाद शव को सड़क किनारे फेंक दिया। आरोपी कार छोड़कर ऑटो से विरार और वहां से बस से तलासरी और फिर गुजरात पहुंचे। यहाँ से वे ट्रेन से उत्तर प्रदेश पहुँचे। 75 वर्षीय बुजुर्ग की हीरे की अंगूठी बेचने के लिए कोई नहीं मिला तो वे नेपाल चले गए। लेकिन नेपाल में भी अंगूठी के लिए कोई खरीदार नहीं मिला, जिसके बाद हत्यारे वापस लौट रहे थे। उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि उत्तर प्रदेश में उनकी मदद करने वाले उनके साथी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। 

मुकदमे के दौरान जेल में बंद रहे एक पुराने साथी ने ही मुकेश को हत्या में मदद की थी। जुआ खेलने का शौकीन मुकेश हाल ही में भारी कर्ज में डूबा हुआ था। इसके बाद ही उसने अपने जेल के दोस्तों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई।