सार
दादर: जनशताब्दी एक्सप्रेस में सफर कर रहे एक विदेशी नागरिक का बैग चोरी हो गया, जिसमें उसका पासपोर्ट, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और नकदी रखी हुई थी। शिकायत के बाद, पीड़ित को उसका पासपोर्ट और कुछ पैसे वापस मिल गए। CCTV फुटेज की जाँच करने पर, पुलिस ने पाया कि पासपोर्ट लौटाने वाला व्यक्ति ही असल में चोर था, जिसके बाद पुलिस को उसके खिलाफ नोटिस जारी करना पड़ा। मददगार बनकर सामने आया अज्ञात व्यक्ति पलक झपकते ही अपराधी में तब्दील हो गया। यह घटना दादर रेलवे स्टेशन पर घटी।
वियतनाम से योग सीखने इगतपुरी आया 34 वर्षीय युवक जनशताब्दी एक्सप्रेस में सफर कर रहा था, तभी उसका बैग चोरी हो गया। शाम को दादर स्टेशन पर उतरने पर उसे बैग चोरी होने का पता चला। बैग में उसका पासपोर्ट, मैकबुक, डॉलर, भारतीय रुपए, वियतनामी मुद्रा, कार की चाबी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण थे। घबराया हुआ युवक तुरंत रेलवे स्टेशन और फिर पुलिस स्टेशन पहुँचा।
कुछ देर बाद, 34 वर्षीय युवक को एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि उसे युवक का पासपोर्ट और कुछ अमेरिकी डॉलर मिले हैं, जिसे वह लौटाना चाहता है। वियतनामी युवक ने उससे मुलाकात की और अपना पासपोर्ट और पैसे ले लिए। उसने मदद के लिए अज्ञात व्यक्ति का धन्यवाद किया और वह चला गया। बाकी सामान के बारे में पूछने पर, अज्ञात व्यक्ति ने बताया कि उसे रास्ते में सिर्फ पासपोर्ट और पैसे ही मिले थे।
हालांकि, विदेशी युवक की शिकायत पर जाँच कर रही पुलिस ने दादर और सीएसएमटी स्टेशन के आसपास के CCTV फुटेज खंगाले, जिससे मामले का सच सामने आ गया। सीएसएमटी स्टेशन के फुटेज में 34 वर्षीय युवक का बैग लेकर एक व्यक्ति जाता हुआ दिखाई दिया। उसकी गतिविधियों पर नज़र रखने पर पता चला कि वह स्टेशन के पास एक होटल में रुका था। पुलिस के होटल पहुँचने से पहले ही वह वहाँ से फरार हो चुका था।
पुलिस ने होटल से मिले आधार कार्ड की कॉपी से उसके मोबाइल नंबर का पता लगाया और उसकी लोकेशन ट्रेस की। पुलिस टीम औरंगाबाद पहुँची और उसके घर की तलाशी ली, जहाँ से 34 वर्षीय युवक का बैग और उसमें रखा सारा सामान बरामद कर लिया गया। हालांकि, आरोपी अभी भी फरार है। CCTV फुटेज से पुष्टि हुई कि पासपोर्ट लौटाने वाला वही व्यक्ति था जिसने बैग चुराया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है।