सार
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस पर टिप्पणी करते हुए विवाद खड़ा किया है। जानिए क्या है इस विवाद के पीछे का सच और भाजपा की प्रतिक्रिया।
मुंबई। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने हाल ही में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस पर विवादास्पद टिप्पणी की, जिससे राजनीति में हड़कंप मच गया है। कन्हैया कुमार ने फडणवीस की 'धर्मयुद्ध' टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि धर्म की रक्षा की जिम्मेदारी केवल जनता की नहीं हो सकती, जब देवेंद्र फडणवीस की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील्स बना रही हों।
नागपुर में चुनावी रैली के दौरान कन्हैया कुमार ने की विवादित टिप्पणी
नागपुर में एक रैली के दौरान कन्हैया कुमार ने कहा, "धर्म को बचाने की जिम्मेदारी हमारी नहीं हो सकती, जब उपमुख्यमंत्री की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील्स बना रही हैं। धर्म को बचाने की जिम्मेदारी सभी की है, हम सब को मिलकर इस लड़ाई में शामिल होना चाहिए।" उनका यह बयान फडणवीस के 'वोट जिहाद' टिप्पणी के संदर्भ में था, जिसमें उन्होंने चुनावी हार का कारण वोट जिहाद को बताया था।
कांग्रेस नेता के बयान पर भाजपा का तीखा हमला
भाजपा ने कन्हैया कुमार की इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। पार्टी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया पर लिखा, "अमृता फडणवीस का अपमान हर मराठी महिला का अपमान है।" उन्होंने कन्हैया कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस टिप्पणी से महाराष्ट्र की महिलाओं की इज्जत को ठेस पहुंची है।
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के वोट जिहाद पर दिए गए बयान को बनाया मुद्दा
यह बयान देवेंद्र फडणवीस द्वारा 20 नवंबर को औरंगाबाद में चुनाव प्रचार के दौरान की गई टिप्पणी से जुड़ा था, जिसमें उन्होंने 'वोट जिहाद' का आरोप लगाया था। फडणवीस ने कहा था कि राज्य में धर्म की रक्षा के लिए सभी को एकजुट होकर काम करना चाहिए और उनके अनुसार मालेगांव में 'वोट जिहाद' ने भाजपा की हार का कारण बना था। देवेंद्र फडणवीश ने कहा था कि हमने इसे लोकसभा चुनाव में देखा था। धुले में हम 1.90 लाख वोटों से आगे थे, लेकिन मालेगांव (विधानसभा क्षेत्र) में 1.94 लाख वोट थे और हम सिर्फ़ 4,000 वोटों से हार गए। यह वोट जिहाद ही हमारी हार का कारण था, क्योंकि हम साथ नहीं थे।
महायुति व MVA के बीच है तगड़ी टक्कर
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए महायुति और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच कड़ी टक्कर है। आगामी चुनाव राज्य की 288 सीटों के लिए होंगे, जिनमें भाजपा और शिवसेना ने 2019 के चुनावों में महत्वपूर्ण सीटें जीती थीं, और अब दोनों पक्षों ने अपने-अपने प्रचार में तेजी ला दी है।
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