सार
महाराष्ट्र के बीड जिले में जारी मराठा आरक्षण की मांग करने वाले आंदोलनकारी हिंसक हो गए। उन्होंने शरद पवार की पार्टी एनसीपी के विधायक प्रकाश सोलंकी के घर में आग लगा दी और जमकर पत्थरबाजी की।
मुंबई. महाराष्ट्र के बीड जिले से बड़ी खबर सामने आई है। यहां पिछले दिनों से जारी मराठा आरक्षण की मांग करने वाले आंदलोनकारियों ने हिंसक रास्ता अपनाया है। उन्होंने शरद पवार की पार्टी एनसीपी के विधायक प्रकाश सोलंकी के घर में आग लगा दी और जमकर पत्थरबाजी की। इतना ही नहीं उनके ऑफिस में भी तोड़फोड़ कर दी।
देखते ही देखते उग्र हुए मराठा आंदोलन करने वाले
दरअसल, मराठा आंदोलन कर रहे लोग सोमवार को दर्जनों की संख्या में बीड जिले के माजलगांव में जमा हुए थे। उन्होंने एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंकी के घर के सामने पहले तो हंगमा करते हुए विरोध किया। इसके बाद देखते ही देखते वह उग्र हो गए और एमएलए के घर वा दफ्तर पर पत्थरबाजी करने लगे। फिर घर को आग लगा दी। इतना ही नहीं यहां पर खड़े बाइक और कार में भी आग लगा दी।
घर में लगी आग और अंदर मौजूद थे विधायक
बता दें कि जिस वक्त आंदोलनकारियों ने यह हमला किया उस दौरान विधायक प्रकाश सोलंकी अपने घर के अंदर मौजूद थे। हालांकि यह अच्छी बात थी कि इस दौरान उनके परिवार सदस्य घर में नहीं थे। वह किसी काम से बाहर गए थे। नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। विधायक ने कहा कि इस घटना में मेरा कोई सदस्य या कर्मचारी घायल नहीं हुआ है। लेकिन मेरी संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है। बताया जाता है कि उन्होंने इन हिंसक हुए लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
आखिर हिंसक क्यों हुए आंदोलनकारी, क्यों विधायक के घर को फूंका...
बताया जाता है कि एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंकी की एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी। जिसमें वह मराठा आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मनोज जरांगे को लेकर टिप्पणी करते हुए सुनाई दिए। विधायक की टिप्पणी को लेकर आंदोलनकारी गुस्से में थे। आज उनके घर और दफ्तर पर हुए हमले की वजह इसी वीडियो को बताया जा रहा है। बता दें कि मराठा आरक्षण आंदोलन के मुखिया मनोज जारंगे पिछले 6 दिन से भूख हड़ताल पर हैं।
बीड में बसें बंद और बाजार भी क्लोज
घटना की जानकारी लगते ही मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं बीड जिले में मराठा आरक्षण आंदोलन के हिंसक होने के बाद यहां से गुजरने वाली सभी बस सेवा को बंद करवा दिया है। इतना ही नहीं बीड़ का बाजार भी आज बंद किया गया है। बताया जा रहा है कि आंदोलनकारियों ने शनिवार रात एक बस को आग लगा दी थी। प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए और राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए। जिसके बाद प्रशासन ने बंद करने का फैसला लिया।
मराठा आरक्षण के लिए 11 दिन में 13 लोग कर चुके सुसाइड
बता दें कि मराठा समुदाय आरक्षण की मांग को लेकर अगस्त महीने से पूरे महाराष्ट्र में अलग-अलग तरीकों से आंदोलन कर रहा है। वहीं इस आंदोलन के लिए राज्य में 11 दिन में 13 लोग सुसाइड कर चुके हैं। वहीं मराठा आरक्षण के समर्थन में हिंगोली के शिवसेना शिंदे गुट के सांसद हेमंत पाटिल ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं इस मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का कहना है कि यह मुद्दा काफी पुराना है। इससे पहले जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री ते तो उन्होंने मराठाओं को आरक्षण दिया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे रद्द कर दिया। लेकिन हमने फिर भी इसके लिए एक कमेटी बनाई है। जल्द ही इस पर रिपोर्ट आने के बाद सही फैसला होगा।