सार
मुंबई स्थित इस्लामिक उपदेशक मुफ्ती सलमान अजहरी ने 31 जनवरी की रात जूनागढ़ में 'बी' डिवीजन पुलिस स्टेशन के पास एक कार्यक्रम में कथित भड़काऊ भाषण दिया था, जिसको लेकर गिरफ्तारी हुई।
मुफ्ती सलमान अजहरी। गुजरात के जूनागढ़ में कथित नफरत भरा भाषण देने के कुछ दिनों बाद गुजरात पुलिस ने रविवार (4 फरवरी) को मुंबई स्थित इस्लामिक उपदेशक मुफ्ती सलमान अजहरी को हिरासत में ले लिया। जिसके बाद राज्य पुलिस को मौलवी और दो अन्य के खिलाफ FIR दर्ज करनी पड़ी।अजहरी को मुंबई के घाटकोपर पुलिस स्टेशन में रखा गया है। पुलिस स्टेशन के बाहर उनके सैकड़ों समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है।
मुफ्ती सलमान अजहरी की गिरफ्तारी के बाद कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए उनके वकील ने कहा कि हालांकि उपदेशक जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इस संबंध में पुलिस की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। इससे पहले दिन में उनके एक्स हैंडल से कई पोस्ट किए गए थे, जिसमें कहा गया था कि उन्हें सुबह 11:56 बजे गुजरात एटीएस, मुंबई एटीएस और चिराग नगर पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों ने हिरासत में लिया था। 25-30 पुलिसकर्मियों ने मुफ़्ती सलमान की सोसायटी को घेर लिया और उन्हें (उन्हें) उनके घर से हिरासत में ले लिया गया।
क्या है पूरा मामला
मुंबई स्थित इस्लामिक उपदेशक मुफ्ती सलमान अजहरी ने 31 जनवरी की रात जूनागढ़ में 'बी' डिवीजन पुलिस स्टेशन के पास एक कार्यक्रम में कथित भड़काऊ भाषण दिया था। वीडियो वायरल होने के बाद, पुलिस ने उन पर और स्थानीय आयोजकों मोहम्मद यूसुफ मालेक और अजीम हबीब ओडेदरा पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153 बी (विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (2) (जनता के लिए अनुकूल बयान देना) के तहत मामला दर्ज किया।
इस मामले को लेकर दो स्थानीय आयोजकों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस के अनुसार, दोनों ने यह कहते हुए कार्यक्रम की अनुमति मांगी कि अजहरी का संबोधन धर्म और नशा मुक्ति के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए होगा।
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