सार
महाविकास अघाड़ी (एमवीए) ने महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में बड़ी जीत हासिल की। पांच में से तीन सीटों पर विजयी परचम लहरा कर सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा है। भाजपा सिर्फ एक ही सीट पर जीत दर्ज करा सकी।
मुम्बई। महाविकास अघाड़ी (एमवीए) ने महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में बड़ी जीत हासिल की। पांच में से तीन सीटों पर विजयी परचम लहरा कर सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा है। भाजपा सिर्फ एक ही सीट पर जीत दर्ज करा सकी। इसे फडणवीस-शिंदे गुट के लिए झटका माना जा रहा है। उधर आगामी महीनों में मुम्बई महानगरपालिका चुनाव (बीएमसी इलेक्शन) की दुंदुभी भी बजने की संभावना है। ऐसे में बीएमसी इलेक्शन को लेकर अभी से अटकलों का बाजार गर्म हो चला है। एमवीए के लिए इसे अच्छे संकेत के रुप में देखा जा रहा है।
एमवीए और बीजेपी को इन सीटों पर मिली जीत
एमवीए को आरएसएस के गढ नागपुर के अलावा औरंगाबाद और अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में जीत हासिल हुई है, जबकि बीजेपी के पाले में सिर्फ कोंकण मंडल के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की सीट आ सकी। नासिक स्नातक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार सत्यजीत तांबे जीते।
क्यों लगाए जा रहे कयास?
ध्यान देने की बात यह है कि नागपुर की जिस सीट से एमवीए को विजय मिली है। वह राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का गृह क्षेत्र भी है। आरएसएस का गढ समझे जाने वाली इस सीट पर बीजेपी को मिली हार बड़ा झटका माना जा रहा है।
नतीजें जाहिर कर रहे हैं एमवीए की ताकत
महाराष्ट्र की राजनीति को नजदीक से देखने वाले सियासी समीक्षकों के अनुसार, चंद महीनों बाद ही बीएमसी इलेक्शन होने की संभावना है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि एमएलसी चुनाव के नतीजों का लाभ आगामी चुनावों में एमवीए को मिल सकता है। नतीजे एमवीए की ताकत जाहिर कर रहे है। आपको बता दें कि विधानपरिषद चुनाव की कमान फडणवीस और चंद्रशेखर बावनकुले के हाथ में थी।