सार
मैथ्स के पेपर का रिजल्ट जारी करने में मुंबई यूनिवर्सिटी का ही मैथ गड़बड़ाने का मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय की तरफ से जारी किए गए नतीजों में बीएससी के एक छात्र को मैथ्स के पेपर में 100 मार्क्स में से 115 अंक दिए गए हैं।
मुंबई। मैथ्स के पेपर का रिजल्ट जारी करने में मुंबई यूनिवर्सिटी का ही मैथ गड़बड़ाने का मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय की तरफ से जारी किए गए नतीजों में बीएससी के एक छात्र को मैथ्स के पेपर में 100 मार्क्स में से 115 अंक दिए गए हैं। यूनिवर्सिटी की इस गलती का खूब मजा लिया जा रहा है। छात्र भी सोशल मीडिया पर फनी जोक्स शेयर कर रहे हैं।
नवम्बर में हुई थी पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा
पिछले साल नवम्बर में मुंबई विश्वविद्यालय ने बीएससी मैथ्स की पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित की थी। शुक्रवार को इसके नतीजे घोषित किए गए। जारी किए गए नतीजों में मिस्टेक की भरमार दिखी। सीनियर सीनेट सदस्य संजय का कहना है कि परीक्षा में कुछ छात्रों को गैर हाजिर दिखाया गया है, जबकि वे छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे।
कई छात्रों को मिले गलत नम्बर
जारी किए गए रिजल्ट में गल्तियां सामने आई हैं, कुछ छात्रों को 100 मार्क्स में से 115 नम्बर तो एक को 104 अंक दिए गए हैं। यह सभी गल्तियां पांचवें सेमेस्टर की ग्रुप ग्रुप थ्योरी विषय में हुई हैं। नतीजों की पीडीएफ फाइल देखने से पता चलता है कि कई छात्रों को दिए गए अंकों का कुल योग 100 मार्क्स के पार चला गया है।
इन छात्रों को मिले मार्क्स 100 के पार
- परीक्षा विभाग द्वारा मोमिन कॉलेज की छात्रा आयशा अंसारी को 115 अंक
- अम्मारा अंसारी को 105 अंक
- अशफा खान को 101 अंक
- मारिया मोमिन को 109 अंक
- रिफा मोमिन को 111 अंक
- आसिया शेख को 106 अंक दिए गए हैं।
जारी होंगे संशोधित नतीजे
संजय का कहना है कि स्टूडेंटस को एक प्रश्न पत्र में 100 मार्क्स से ज्यादा अंक देना माफी के योग्य नहीं है। विश्वविद्यालय लगातार गल्तियां कर रहा है, नियमित स्टाफ की कमी है। उन्होंने आरोप लगाया कि संविदा कर्मचारियों के भरोसे काम चल रहा है। इसलिए इतनी गल्तियां सामने आ रही हैं। यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी का कहना है कि 'सॉफ्टवेयर में तकनीकी गड़बड़ी की वजह से गलती हुई। उन्हें सुधारा जाएगा और जल्द ही संशोधित नतीजे जारी किए जाएंगे।