सार
भारत में सबसे महंगा टोल प्लाजा पुणे-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर है, जहाँ कार से एक तरफ का सफर करने पर 320 रुपये का टोल देना पड़ता है। यह देश का पहला एक्सप्रेस-वे है और इसकी शुरुआत 2002 में हुई थी।
देश के अंदर राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेस-वे का निर्माण तेजी से हो रहा है. सड़कों के बेहतर होने से रोड ट्रिप भी आसान हो गई है. इन हाईवे पर मिलने वाली सुविधाओं के कारण अब कभी भी ट्रैवल प्लान किया जा सकता है. हालांकि, इन बेहतरीन सड़कों के लिए, लोगों को भारी टोल टैक्स भी देना पड़ता है. ऐसे में इन सड़कों पर कार चलाना भी काफी महंगा हो जाता है. देश के सभी एक्सप्रेस-वे पर टोल देना पड़ता है. ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि देश का सबसे महंगा टोल टैक्स रोड कौन सा है? ये है पुणे-मुंबई एक्सप्रेस वे. जानते हैं इस एक्सप्रेस वे पर कितना टोल देना पड़ता है.
भारत का सबसे महंगा पुणे-मुंबई एक्सप्रेस-वे है. ये देश का पहला एक्सप्रेस-वे भी है. 2002 में अटल बिहारी वाजपेयी ने इसकी शुरुआत की थी. हालांकि, इसका एक हिस्सा 2000 में ही यातायात के लिए खोल दिया गया था. तब मुंबई और पुणे के बीच इस एक्सप्रेस-वे को बनाने में 1630 करोड़ रुपये की लागत आई थी. ऐसे में अगर आप इस एक्सप्रेस-वे पर भी यात्रा करने की सोच रहे हैं तो आपको एक तरफ का 320 रुपये चुकाने होंगे. आमतौर पर, आपको प्रति किलोमीटर तीन रुपये से अधिक का भुगतान करना होगा.
पुणे-मुंबई एक्सप्रेस-वे का वन-वे टोल टैक्स
वाहन का प्रकार, टोल
- कार 320 रुपये
- मिनी बस 495 रुपये
- टेंपो 495 रुपये
- बस 940 रुपये
- डबल एक्सल ट्रक 685 रुपये
- तिगुना एक्सल ट्रक 1630 रुपये
- मल्टी एक्सल मशीनरी 2165 रुपये
यानी इस टोल पर एक कार के लिए औसतन टोल 3.20 रुपये प्रति किलोमीटर है. देश के अन्य एक्सप्रेस-वे पर यह दर 2.40 रुपये प्रति किलोमीटर है.
94.5 किलोमीटर की यात्रा के लिए एक घंटा ही काफी
मुंबई और पुणे के बीच बना यह एक्सप्रेस-वे छह लेन का है. यहां गाड़ी की स्पीड लिमिट 100 किलोमीटर प्रति घंटा है. दोनों शहरों के बीच की दूरी 94.5 किलोमीटर है. यहां की यात्रा महज एक घंटे में पूरी की जा सकती है. इस एक्सप्रेस-वे पर पांच टोल प्लाजा बनाए गए हैं. इनमें खालापुर और तालेगांव प्रमुख हैं. मेन रोड के साथ-साथ एक्सप्रेस-वे पर तीन लेन की सर्विस रोड भी बनाई गई है.