सार
मुंबई: ताज होटल में एक साथ पहुँची दो सफेद मारुति एर्टिगा कारों ने सुरक्षाकर्मियों के होश उड़ा दिए। दोनों गाड़ियों का नंबर एक ही था। सुरक्षा के मद्देनजर होटल के सुरक्षाकर्मियों ने दोनों गाड़ियों को रोक लिया और पुलिस को सूचित किया। इसी बीच एक कार का ड्राइवर भाग निकला। पुलिस ने गाड़ियों को थाने ले जाकर जाँच की तो पता चला कि ट्रैफिक चालान से बचने के लिए एक कार मालिक ने ये कारनामा किया था।
धोखाधड़ी करने वाली गाड़ी का नंबर MH01EE2383 था, जबकि असली गाड़ी का नंबर MH01EE2388 था। ईएमआई न चुका पाने और लोन रिकवरी एजेंट व ट्रैफिक फाइन से बचने के लिए कार मालिक ने ये जुगाड़ लगाया था। पुलिस ने फर्जी नंबर प्लेट वाली कार के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
आज सुबह मुंबई के ताज होटल में नकली नंबर प्लेट वाली दो एर्टिगा कारों के आने से सुरक्षा में सेंध की आशंका पैदा हो गई। टैक्सी रजिस्ट्रेशन वाली दोनों कारों का नंबर एक ही होने से ताज होटल में हड़कंप मच गया। 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद ताजमहल होटल एक हाई-सिक्योरिटी ज़ोन है, इसलिए सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
पुलिस ने मौके पर पहुँचकर कार और ड्राइवरों को हिरासत में ले लिया। साकिर अली नाम के व्यक्ति की एर्टिगा कार का नंबर धोखेबाज़ भी इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस के बुलाने पर साकिर अली थाने पहुँचे तो कहानी बदल गई। उन्होंने बताया कि उन्हें लगातार ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के चालान आ रहे थे, लेकिन उन जगहों पर वे उस समय गए ही नहीं थे। जाँच में पता चला कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन नकली नंबर प्लेट वाली एर्टिगा कार ने किया था।
साकिर अली ने बताया कि पिछले छह महीनों से उन्हें हफ्ते में दो चालान आ रहे थे। ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने और टोल न देने जैसे मामलों में चालान आए। पुलिस में शिकायत करने के बाद भी कोई फायदा नहीं हुआ। पुलिस ने बताया कि नकली नंबर प्लेट वाली कार के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और फरार ड्राइवर की तलाश जारी है।