मुंबई के पूर्व U-16 फुटबॉलर सागर सॉर्टी की बॉडी पालघर जंगल में पेड़ से लटकी मिली। दो साल से मेंटल स्ट्रेस में चल रहे सागर 15 नवंबर को घर से निकले थे। पुलिस ने ADR दर्ज किया है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मौत की वजह सामने आएगी।
Mumbai U-16 Footballer Found Dead Hanging Case: मुंबई के युवा और प्रतिभाशाली U-16 फुटबॉलर सागर सॉर्टी की मौत ने पूरे महाराष्ट्र में सनसनी फैला दी है। एक ऐसा लड़का जो कभी मैदान में अपनी स्पीड और खेल से सबकी नज़रें खींच लेता था, वह अब पालघर के घने जंगल में पेड़ से लटका मिला। मामला इतना रहस्यमय है कि परिवार से लेकर पुलिस तक-हर कोई कारण तलाश रहा है कि आखिर 15 नवंबर की वह शाम क्या लेकर आई जब वह घर से पुणे फुटबॉल खेलने का कहकर निकला था। पुलिस को शुरुआती जांच में यह सुसाइड का मामला लग रहा है, लेकिन इसके पीछे की कहानी कई सवाल खड़े करती है।
घर से कब निकला था सागर?
सागर 15 नवंबर को अपने परिवार से यह कहकर घर से निकला कि वह पुणे में फुटबॉल मैच खेलने जा रहा है। परिवार ने सोचा कि वह अपने खेल पर फोकस कर रहा है, लेकिन अगले ही दिन उसका फोन बंद आने लगा। लगातार कॉल करने पर भी संपर्क नहीं हो पाया, जिससे परिजन परेशान हो गए। 18 नवंबर को पालघर के मेंधवन खिंड जंगल में एक पेड़ से रस्सी के सहारे लटका हुआ एक युवक मिला। उसके पास पड़े मोबाइल फोन से पहचान हुई-वह सागर सॉर्टी था। यह खबर मिलते ही परिवार सदमे में चला गया।
फुटबॉलर सागर सॉर्टी की मौत पर परिजनों ने क्या कहा?
परिजनों का कहना है कि सागर पिछले दो साल से मेंटल स्ट्रेस से गुजर रहा था। वह अक्सर परेशान रहता था और किसी से अपनी बात खुलकर नहीं करता था। यहां तक कि उसने अपने छोटे भाई की शादी के लिए नए कपड़े सिलवाने से भी मना कर दिया था, जबकि शादी इस महीने के आखिर में होनी थी। कासा पुलिस स्टेशन में एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट (ADR) दर्ज की गई है और मामले की जांच जारी है। पुलिस अधीक्षक यतीश देशमुख ने बताया कि बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए मुंबई के JJ हॉस्पिटल भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वास्तविक वजह स्पष्ट होगी।
क्या मेंटल स्ट्रेस ने सागर को अकेला कर दिया था?
सागर के परिवार ने यह भी बताया कि पिछले कुछ महीनों में वह बेहद चुपचाप रहने लगा था। क्या वह किसी प्रेशर में था? क्या उसे खेल से जुड़ा तनाव था? या फिर कोई निजी समस्या उसे परेशान कर रही थी?
मोबाइल फोन में क्या मिला? क्या उसमें कोई सुराग था?
सागर के पास उसका मोबाइल फोन मिला है, जिससे पहचान तो हो गई, लेकिन पुलिस अब उसके कॉल रेकॉर्ड, चैट और लोकेशन इतिहास खंगाल रही है। इस बात की भी जांच होगी कि वह आखिरी बार किससे मिला, किससे बात की, और उसके फोन में कोई तनाव या धमकी का सुराग था या नहीं।
क्या यह साफ-साफ सुसाइड है या कुछ और?
मामला फिलहाल सुसाइड जैसा दिख रहा है, लेकिन परिवार और पुलिस दोनों ही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। यह रिपोर्ट ही बताएगी कि सागर की मौत कैसे और किस हालात में हुई। सागर सॉर्टी की मौत कई सवाल छोड़ गई है और जांच में आने वाले अपडेट ही इस रहस्य को पूरी तरह साफ करेंगे।
Disclaimer: आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है। अगर आपके मन में भी सुसाइड या खुद को चोट पहुंचाने जैसे ख्याल आ रहे हैं तो आप फौरन घर-परिवार, दोस्तों और साइकेट्रिस्ट की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके भी मदद मांग सकते हैं। आसरा (मुंबई) 022-27546669, सुमैत्री (दिल्ली) 011-23389090, रोशनी (हैदराबाद) 040-66202000, लाइफलाइन 033-64643267 (कोलकाता)। स्पंदन (मध्य प्रदेश) 9630899002, 7389366696, संजीवनी: 0761-2626622, TeleMANAS 1-8008914416/14416, जीवन आधार: 1800-233-1250.
वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्थ: 9999666555 , ISS iCall: 022-25521111, मानसिक तनाव होने पर काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800 8914416 पर संपर्क कर घर बैठे मदद पा सकते हैं।


