सार
रविवार को एनसीपी नेता अजीत पवार ने बगावत कर एनडीए के समर्थन में आ गए। बगावत के कुछ ही मिनट बाद उनको महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी गई साथ ही उनके साथ गए 8 अन्य विधायकों को भी मंत्री बना दिया गया।
NCP leaders removed: एनसीपी चीफ शरद पवार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है। तीनों नेताओं ने अजीत पवार के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था। रविवार को शरद पवार के भतीजा अजीत पवार ने पार्टी से बगावत करते हुए बीजेपी के साथ जाने का फैसला लिया। बगावत के कुछ ही मिनट बाद वह राजभवन पहुंचे और महाराष्ट्र सरकार में उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। अजीत पवार के साथ 8 अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी। शपथ लेने के बाद अजीत पवार ने दावा किया था कि एनसीपी में कोई फूट नहीं है, पूरी पार्टी एक साथ बीजेपी सरकार के समर्थन में आई है।
इन नेताओं को किया बर्खास्त
उधर, एनसीपी ने अपने नेताओं पर कार्रवाई भी कर दी है। सोमवार को पार्टी ने तीन नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया। इन पर आरोप है कि ये तीनों अजीत पवार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। एनसीपी ने मुंबई डिविजन के प्रमुख नरेंद्र राठौड़, अकोला शहर जिला प्रमुख विजय देशमुख और राज्यमंत्री शिवाजी गर्जे को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
शरद पवार ने साधा था बीजेपी पर निशाना
एनसीपी में फूट के बाद शरद पवार ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मामले को दबाने के लिए कुछ दलबदलुओं को बीजेपी ने अपने पाले में किया। पवार ने पीएम मोदी को इसके लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले पीएम ने एनसीपी के बारे में बात की थी। पीएम ने अपने बयान में एनसीपी को समाप्त पार्टी बताया था। एनसीपी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का उल्लेख किया था। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मेरे कुछ सहयोगियों ने शपथ ली है इससे यह स्पष्ट है कि सभी आरोप मुक्त हो गए हैं। मैं उनका आभारी हूं। पढ़िए पूरी खबर…