सार
2 जुलाई को शरद पवार ने एनसीपी तोड़ दी थी। वह अपने समर्थकों को साथ लेकर महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए थे। इसके बाद पहली बार 14 जुलाई को अजीत अपने चाचा शरद पवार के घर पहुंचे।
मुंबई। NCP तोड़ने के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) पहली बार चाचा शरद पवार (Sharad Pawar) के घर पहुंचे। शुक्रवार रात को अजीत पवार शरद पवार के घर सिल्वर ओक आए। इससे पहले महाराष्ट्र कैबिनेट में हुए विस्तार में NCP (अजीत पवार गुट) को प्रमुख विभाग मिले थे। इनमें वित्त विभाग भी शामिल है।
शरद पवार की पत्नी प्रतिभा को शुक्रवार को सर्जरी के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। अजीत पवार गुट के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री छगन भुजबल ने पहले प्रतिभा पवार को लेकर चिंता जताई थी। छगन भुजबल ने कहा था, "मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं और पार्टी के कार्यकर्ताओं से उनके जल्द ठीक होने की कामना करने का आग्रह करूंगा।" दरअसल, दो जुलाई को अजीत पवार ने अपने समर्थकों को साथ लेकर पार्टी तोड़ दिया था। अजीत को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। इसके साथ ही उनके गुट के आठ विधायकों को मंत्री बनाया गया था।
कैबिनेट विस्तार में NCP को मिली बड़ी जीत
शुक्रवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने कैबिनेट का विस्तार किया। इसमें NCP (अजीत पवार गुट) को बड़ी जीत मिली। पार्टी को वित्त विभाग और योजना समेत कई बड़े विभाग मिले। इसके साथ ही अजीत पवार गुट को खाद्य और नागरिक आपूर्ति, सहकारी समितियां, महिला और बाल विकास, कृषि, राहत और पुनर्वास और चिकित्सा शिक्षा विभाग मिले। अजीत पवार वित्त और योजना विभाग अपने पास रखेंगे।
बता दें कि अजीत पवार गुट की मांग के चलते महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार में देर हो रही थी। अजीत पवार गुट के नेता बड़े विभागों की मांग कर रहे थे। इससे सीएम एकनाथ शिंदे को परेशानी हो रही थी। उन्हें अपने गुट के नेताओं की चिंताओं का भी ध्यान रखना था। बीजेपी को भी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर फैसला करने में परेशानी हो रही थी। इस संबंध में मुंबई से लेकर दिल्ली तक कई दौर की बैठकें होने के बाद कैबिनेट विस्तार को लेकर फैसला हुआ।
यह भी पढ़ें- NCP Crisis: सीनियर पवार को याद आए पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, जानिए क्या कहा?