सार

महाराष्ट्र के कलबादेवी के फनसावाड़ी इलाके से खौफनाक घटना सामने आई है। जहां 25 साल की एक प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत हो गया। जहां 62 साल के प्रेमी ने अपनी 54 साल की प्रेमिका पर तेजाब से हमला कर दिया। 18 दिनों तक इलाज चलने के बाद महिला की मौत हो गई है।

मुंबई. महाराष्ट्र के मुंबई जिले से दिल दहला देने वाली शॉकिंग वारदात सामने आई है। जहां एक झटके में 25 साल की प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत हो गया। करीब ढाई दशक से लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले प्रेमी-प्रेमिका का एक जरा सी बात पर विवाद हो गया। प्रेमी को इतना गुस्सा आया कि महिला पर एसिड से हमला कर दिया। वह बुरी तरह से झुलस गई और 18 दिनों तक अस्पताल में इलाज के बाद महिला की मौत हो गई।

62 के प्रेमी ने 54 साल की प्रेमिका को ACID से जलाया

दरअसल, यह खौफनाक घटना कलबादेवी के फनसावाड़ी इलाके की है। जहां गीता अजीत वीरकर नाम की महिला और उसका 62 साल का लिव इन पार्टनर महेश विश्वनाथ पुजारी बिना शादी के 25 सालों से लिव-इन रिलेशन में रह रहे थे। लेकिन कुछ दिन पहले दोनों की किसी बात पर कहासुनी हो गई और युवक ने युवती की एसिड अटैक कर हत्या कर डाली।

मौत के लिए चुना सल्फ्यूरिक एसिड

बता दें कि यह वारदात 13 जनवरी की बताई जा रही है। जब महेश विश्वनाथ पुजारी ने गीता अजीत पर सल्फ्यूरिक एसिड से हमला किया था। इस दौरान महिला 50% तक पूरी जल चुकी थी। किसी तरह उसे अस्पताल में भर्ती कराया, करीब 18 दिन तक उसका इलाज चला और अंत में उसकी सांसे टूट गईं। बताया जाता है कि आरोपी जुआ खेलता है, साथ ही रोजाना शराब का नशा भी करता है। घटना वाले दिन प्रेमी ने महिला से पैसे मांगे थे, जब युवती ने मना कर दिया तो वो मारपीट पर उतर आया और जानलेवा हमला कर दिया।

दोनों आंखें- छाती और पीठ के साथ-साथ लिंब्स भी 50% तक जल गए

गीता पर एसिड अटैक की जानकारी उसके बेटे आदित्य ने पुलिस को दी। बेटे ने बताया कि मेरी मां की हत्या महेश विश्वनाथ पुजारी ने की है।

आदित्य ही सबसे पहले गीता को भाटिया अस्पताल ले गया था। लेकिन हालत गंभीर होने के बाद उसे यहां से मसीना हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया। लेकिन अंत में वह नहीं बच सकी और उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों के मुताबिक गीता के पूरे चेहरे पर जलने के निशान थे। दोनों पलकें और आंखें भी एसिड से प्रभावित हो गई थी। तो वहीं उनकी छाती, पीठ, ऊपरी और निचले दोनों अंगों के साथ-साथ उनके लिंब्स भी 40 से 50% तक जल गए थे।