नई दिल्ली. 20 जुलाई, 2019 को शीला दीक्षित हमारे बीच नहीं रही थीं। यह फरवरी दो मायने में शीला दीक्षित की बहुत याद दिलाएगी। पहला, वैलेंटाइन-डे पर शीला दीक्षित की लवस्टोरी फिर से याद की जाएगी। दूसरा, दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी, उसे देखने शीला दीक्षित मौजूद नहीं है। खासकर उनके गुजरने के बाद दिल्ली में कांग्रेस की हालत बुरे दौर से गुजर रही है। दिल्ली की 3 बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित की प्रेम कहानी डीटीसी (Delhi Transport Corporation) बस से शुरू हुई थी। करीब 4 साल की दोस्ती के बाद शीला दीक्षित ने उत्तर प्रदेश के उन्नाव के रहने वाले विनोद दीक्षित से शादी कर ली थी। शीला दीक्षित खत्री फैमिली को बिलांग करती थीं। उन्होंने पहली बार उप्र के कन्नौज से 1984 में लोकसभा चुनाव लड़ा था। इसमें वे विजयी रही थीं। लेकिन पति की असमय मौत उन्हें दिल्ली की राजनीति में ले आई।