सार
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पुलिस की गिरफ्त से निकलने की जानकारी देते हुए डीआईजी जालंधर स्वपन शर्मा ने रविवार को कहा कि पीछा करने के दौरान उसने अपना रास्ता बदल लिया था।
चंडीगढ़। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के पुलिस की गिरफ्त से निकलने की जानकारी देते हुए डीआईजी जालंधर स्वपन शर्मा ने रविवार को कहा कि पीछा करने के दौरान उसने अपना रास्ता बदल लिया था। पुलिस का ध्यान हटाने और बचने के लिए, एक लेन की लिंक रोड पर अमृतपाल की गाड़ी ने कई मोटरसाइकिल सवारों को टक्कर मार दी।
- ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख और उनके साथियों के खिलाफ पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत एक नई एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया है। एक न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जालंधर के मेहतपुर इलाके में इंटरसेप्शन के दौरान दो कारों में सवार सिंह के सात हथियारबंद गार्डों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पर तीसरी कार में मौजूद अमृतपाल सिंह भागने में सफल रहा।
- बताया जा रहा है कि उस कार में चार लोग सवार थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमृतपाल ने नकोदर गांव के पास अपने मोबाइल फोन समेत मर्सिडीज छोड़ दी और वहां से मोटरसाइकिल पर फरार हो गया। पुलिस ने दो कार और अवैध हथियार बरामद किए हैं।
- IG सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि पंजाब पुलिस कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए काम करती है। मामले में आगे की कार्रवाई भी कानून के तहत की जाएगी, सबके पास उनके कानूनी अधिकार हैं और वे इनका लाभ उठा सकते हैं। अमृतपाल सिंह इस मामले में वांछित है और उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
- सतिंदर सिंह, एसएसपी ग्रामीण, अमृतसर ने बताया कि कल 7 लोगों को गिरफ़्तार किया गया था। कल रात उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है और अमृतपाल सिंह उसमें मुख्य आरोपी है। 12 बोर के 6 असलहे बरामद किए गए हैं, सभी हथियार अवैध हैं।
- अमृतसर के एसएसपी ग्रामीण सतिंदर सिंह ने बताया कि अरेस्ट किए गए 7 लोगों में एक आरोपी हरविंदर सिंह के पास लाइसेंस था, पर उसके पास 312 बोर की 139 गोलियां थीं, जो निर्धारित सीमा से अधिक है। अमृतपाल के कहने पर एक गुरपेश ने उसे ये गोलियां दी। ये सभी बरामद कर लिए गए हैं। एक अवैध 315 बोर भी बरामद किया जाएगा।
- जुगराज सिंह, एसपी ग्रामीण, अमृतसर ने कहा कि अजनाला मामले में गिरफ्तार 7 लोगों को कोर्ट में पेश किया गया। जिसके बाद इन्हें 23 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है। उसके पहले 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख अमृतपाल सिंह केस में अरेस्ट किए गए 7 लोगों को ब्यास कोर्ट लाया गया था।
- स्वर्णदीप सिंह, SSP ग्रामीण जालंधर ने कहा कि लोगों को कानून व्यवस्था पर विश्वास दिलाने के लिए हम फ्लैग मार्च निकाल रहे हैं। ISI कनेक्शन को लेकर जांच जारी है। हमें इनकी एक गाड़ी मिली है, उसमें से एक जानलेवा हथियार, 57 जिंदा कारतूस और एक वॉकी-टॉकी सेट बरामद हुआ है।
- DIG स्वपन शर्मा, जालंधर ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था दुरुस्त है। 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 7 अवैध हथियार, 300 से अधिक बुलेट, 3 गाड़ियां बरामद की गई हैं। अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चल रहा है। मामले में जांच की जा रही है।
- मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पंजाब पुलिस अमृतपाल सिंह के चार साथियों को विमान से असम के डिब्रूगढ़ ले गई है। उन्हें डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में रखा जाएगा। पुलिस की एक टीम सभी आरोपियों को असम ले गई। हालांकि पुलिस ने अभी तक असम ले जाए गए आरोपियों का नाम नहीं बताया है।