सार
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी एक तस्वीर वायरल होने के बाद सिख संगठनों के निशाने पर आ गए। तस्वीर में उन्होंने पगड़ी पर हिमाचली टोपी पहनी हुई है। फिलहाल, इस मामले में उन्होंने माफी मांग ली है।
चंडीगढ। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी एक तस्वीर वायरल होने के बाद सिख संगठनों के निशाने पर आ गए। तस्वीर में वह हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात करते दिख रहे हैं और उन्होंने पगड़ी पर हिमाचली टोपी भी पहनी हुई है। फिलहाल, इस मामले में उन्होंने माफी मांग ली है।
हिमाचल प्रदेश के सीएम से मुलाकात की थी तस्वीर
पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिले तो इस दौरान उन्हें सम्मानित किया गया। उन्होंने पगड़ी के उपर हिमाचली टोपी पहन ली। बस, यही फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी। संत सिपाही सोसाइटी लुधियाना के दविंदर सिंह ने इस पर नाराजगी जतायी। उन्होंने पूर्व सीएम चरणजीत सिंह को फोन करके पगड़ी के अपमान होने की बात जाहिर की। उन्होंने चन्नी से श्री अकाल तख्त के समक्ष माफी मांगने की भी बात कही।
हिमाचल प्रदेश में टोपी पहनाने की परम्परा
दरअसल, हिमाचल प्रदेश में जब किसी को सम्मानित किया जाता है तो उसे सम्मान स्वरुप हिमाचली टोपी पहनायी जाती है। पूर्व सीएम चन्नी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि यह गलती से हो गया। उन्होंने उसके लिए खेद भी जताया। उन्होंने श्री अकाल तख्त के समक्ष पेश होकर माफी मांगने का भरोसा भी दिलाया।
यह है मामला
आपको बता दें कि तस्वीर में पूर्व सीएम चन्नी, हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू व डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री दिख रहे हैं। मुलाकात के दौरान ही सुखविंदर सिंह की तरफ से उन्हें शॉल और टोपी भेंट की गयी थी। उनके प्रति सम्मान जाहिर करते हुए चन्नी ने पगड़ी के ऊपर टोपी रख लिया था। यह तस्वीर वायरल होते ही उनकी आलोचना और निंदा शुरु हो गई। विवाद को शांत करने के लिए चन्नी ने अकाल तख्त के जत्थेदार से माफ़ी मांग ली है। यह भी बता दें कि सिख धर्म में पगड़ी का अहम स्थान है। सिख धर्म के पांच अहम ककार में पगड़ी भी शामिल है।