सार

किसान एक बार फिर दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं। इससे पहले भी उन्होंने अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन किए थे।सरवन सिंह पंढ़ेर ने कहा कि MSP को कानूनी रूप देने के लिए मार्च फिर से शुरू किया जाएगा।

Kisan Andolan 2.0: भारत में जल्द ही किसान आंदोलन 2.0 की गूंज सुनाई देने वाली है। 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस को ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया गया है। किसानों ने हरियाणा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की भी घोषणा की है। संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा एक साथ नजर आने वाले हैं। आगामी प्रदर्शन को लेकर सोमवार (22 जुलाई) को प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। किसान नेता सरवन सिंह पंढ़ेर ने जानकारी दी। उन्होंने कहा-"हम मोदी सरकार के खिलाफ 1 अगस्त को विरोध प्रदर्शन का ऐलान करते हैं। 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च भी करेंगे। साथ ही नए आपराधिक कानूनों की कॉपियां भी जलाएंगे।'' हम 31 अगस्त को भी विरोध प्रदर्शन करेंगे, क्योंकि इसके 200 दिन पूरे होने वाले हैं। जींद और पीपली में सितंबर में रैली करेंगे।''

प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेता ने कहा-"हमलोगों ने MSP गारंटी को कानूनी बनाने की मांग की है। सरकार का कहना है कि इसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। हमने आर्थिक जानकारों से बात की है। उन्होंने कहा है कि सच नहीं है।" बता दें कि आज से 3 साल पहले 2021 में भी कोरोना के वक्त किसानों ने गणतंत्र दिवस के दौरान ट्रैक्टर मार्च निकाला था। उस वक्त भारी हिंसा और तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया था।

पंजाब और हरियाणा के किसान यूनियन की धमकी

किसान नेता अभिमन्यु ने कहा-"हरियाणा सरकार ने कोर्ट के ऑर्डर के बावजूद बॉर्डर को बंद रखा। हमने ऐलान किया है,जब भी बॉर्डर खोले जाएंगे। हम दिल्ली की ओर कूच करेंगे।" बता दें कि इस साल फरवरी से ही लोकसभा चुनाव के पहले से किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर सेंट्रल गवर्नमेंट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। पंजाब और हरियाणा के किसान यूनियन्स ने कुछ दिन पहले पंजाब में अंबाला प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज करने की धमकी दी थी।

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