सार

पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या एक साल परा हो गया है। आज ही के दिन 29 मई को मूसेवाला पर ताबड़तोड़ गोलियां फायर कर मौत के घाट उतार दिया था। सिद्धू की हत्या के मामले में पंजाब पुलिस 25 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है

 

अमृतसर, पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या को एक साल पूरा हो गया है। आज यानि सोमवार को मूसेवाला की पहली बरसी है। इस मौके पर सिंगर के परिवारवाले और फैंस नम आंखों से याद कर रहे हैं। वहीं सिद्धू की मां चरण कौर अपने बेटे की समाधि पर मत्था टेकने के दौरान फूट-फूट कर रो पड़ीं।

लारेंस विश्नोई और गोल्डी बराड़ ने कराई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या

दरअसल, आज ही के दिन 29 मई को मनसा के जवाहरके गांव में शूटरों ने सिंगर पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर मौत के घाट उतार दिया था। हत्या का मास्टरमाइंड लारेंस विश्नोई बताया जाता है। जिसमें लॉरेंस का भाई अनमोल और भांजा सचिन थापन भी शामिल था। सिंगर के मर्डर की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस की गैंग के करीबी कनाडा बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ली थी।

जहां हुई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या, वहीं पहुंचकर मां ने टेका मत्था

सिद्धू मूसेवाला की मां बरसी से एक दिन पहले उस जगह पर पहुंची जिस जगह पर उनके बेटे की हत्या की गई थी। इस दौरान मां चरण कौर ने अपना मत्था उस सड़क पर टेककर चूमा, साथ ही अपने बेटे को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मां बेटे को याद कर रोती रहीं। बताया जाता है इस दौरान परिवार ने बेटे की याद में उसी जगह पर सुखमणि साहिब का पाठ भी कराया।

पंजाब पुलिस मूसेवाला हत्याकांड 25 लोगों को कर चुकी गिरफ्तार

बता दें कि पंजाब पुलिस मूसेवाला हत्याकांड के मामले में 25 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं 34 आरोपी नामजद हैं। अभी तक की जांच के दौरान सिंगर की हत्या का मास्टरमाइंड लारेंस विश्नोई और गोल्डी बराड़ को बताया गया है। हालांकि अभी पड़ताल जारी है।

दो महीने पहले मनसा के सिरसा रोड पर मनाई गई थी मूसेवाला की बरसी

आपको बता दें कि वैसे तो दो महीने पहले 19 मार्च को मानसा के सिरसा रोड पर सिद्धू मूसेवाला की बरसी मनाई गई थी। जिसमें हजारों की संख्या में मूसेवाला के फैंस दूर-दूर से पर पहुंचे थे। इस दौरान मूसेवाला का पूरा परिवार मौजूद था। पिता बलकौर सिंह ने कहा था कि उनका बेटा अपने प्रशंसकों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेगा। वहीं जांच पड़ताल और हत्या को लेकर उन्होंने पंजाब के भगवंत मान सरकार पर कई सावाल दागे थे।