सार

पंजाब की सियासत के धुरंधर नेता प्रकाश सिंह बादल का गुरुवार को उनके पैतृत गांव बादल में अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले गांव में उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था।

चंडीगढ़. पंजाब की सियासत के धुरंधर नेता प्रकाश सिंह बादल का गुरुवार को उनके पैतृक गांव बादल में अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले गांव में उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। बादल को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद 16 अप्रैल को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 25 अप्रैल को 95 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था।

पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल की पार्थिव देह के पास खड़ा उनका पूरा परिवार यानी बेटे सुखबीर बादल, पुत्रवधू हरसिमरत कौर और उनके बच्चे सुबकते रहे। बादल की पार्थिव देह को घर से खेत तक ट्रैक्टर में ले जाया गया। उसे फूलों से सजाया गया था। ट्रैक्टर पर फख्र ए कौम लिखा गया था। बादल को श्रद्धांजलि देने NCP प्रमुख शरद पवार और भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा, CM भगवंत मान, गवर्नर बीएल पुरोहित, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी पहुंचे। गांव के श्मशान घाट में जगह कम होने से उन्हें खेत में ही मुखाग्नि दी गई। बेटे सुखबीर बादल ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम अरदास से पहले पंजाब पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

पढ़िए प्रकाश सिंह बादल के निधन से जुड़ीं 10 बड़ी बातें

1. बादल गांव में किन्नू के बाग में जगह समतल करके करीब 50 फीट लंबा और 30 फीट चौड़ा एक चबूतरा तैयार किया गया। यहां प्रकाश सिंह बादल का अंतिम संस्कार किया गया।

2. किन्नू के बाग में जिस चबूतरे पर प्रकाश सिंह बादल का अंतिम संस्कार किया गया है, उसे बाद में स्मारक में बदल दिया जाएगा।

3. किन्नू के बाग में प्रकाश सिंह बादल कसर टहलने आया करते। यहां उन्होंने कई पौधे भी लगाए थे।

4. 26 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंडीगढ़ पहुंचकर शिरोमणि अकाली दल कार्यालय में प्रकाश सिंह बादल को पुष्पांजलि अर्पित की। पंजाब के 5 बार के मुख्यमंत्री रहे बादल को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग और नेता एकत्रित हुए।

5.चंडीगढ़ पहुंचने के बाद मोदी पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ शिअद कार्यालय पहुंचे थे।

6.प्रधानमंत्री ने बादल के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण किया और फिर शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के पास बैठे रहे। सुखबीर सिंह बादल प्रकाश सिंह बादल के बेटे हैं।

7.पंजाब सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन ने 27 अप्रैल को पूर्व मुख्यमंत्री के सम्मान में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। राज्य में पंजाब सरकार के सभी कार्यालय, विभाग, बोर्ड, निगम और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे।

8.पंजाब सरकार ने गुरुवार से शुक्रवार तक होने वाली कैबिनेट बैठक को भी स्थगित कर दिया है।

9. इससे पहले राजपुरा, पटियाला, संगरूर, बरनाला, रामपुरा फूल और बठिंडा होते हुए करीब 270 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए एंबुलेंस रात करीब 10 बजे गांव बादल पहुंची थी।

10. सात दशक से अधिक समय तक पंजाब की राजनीति में पैर जमाने वाले शिअद प्रमुख के पार्थिव शरीर को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल से एंबुलेंस में यहां पार्टी मुख्यालय लाया गया था।

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