सार

पंजाब कांग्रेस के पूर्व चीफ और पूर्व धुरंधर क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू 1अप्रैल को 320 दिन बाद पटियाला सेंट्रल जेल से छूटे। वे पटियाला में हुए रोडरेज केस में एक साल की सजा भुगत रहे थे। जेल से निकलने के लिए भी उन्हें दो शुभ मूहूर्त दिए गए थे। 

पटियाला. पंजाब कांग्रेस के पूर्व चीफ और पूर्व धुरंधर क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू 1 अप्रैल को 320 दिन बाद पटियाला सेंट्रल जेल से छूटे। वे पटियाला में हुए रोडरेज केस में एक साल की सजा भुगत रहे थे। जेल से निकलने के लिए भी उन्हें दो शुभ मूहूर्त दिए गए थे। ये थे-अभिजीत दोपहर 11.58 बजे से 12.40 बजे तक और विजय मुहूर्त दोपहर 2.04 बजे से 2.46 बजे तक। सिद्धू के रिहा होने की खुशी में उनके समर्थक पटियाला जेल के बाहर ढोल बजाते देखे गए।

48 दिन पहले रिहाई, पढ़िए 12 बड़ी बातें

1.सिद्धू को वैसे 19 मई यानी 48 दिन बाद रिहा किया जाना था, लेकिन कोई छुट‌्टी न लेने की वजह से उन्हें यह बेनिफिट मिला है। सिद्धू के ट्विटर पेज पर शुक्रवार को रिहाई को लेकर जानकारी दी गई थी।

2. 59 वर्षीय सिद्धू का 27 दिसंबर, 1988 को पटियाला निवासी 65 वर्षीय गुरनाम सिंह से पार्किंग स्थल को लेकर विवाद हो गया था।

3.नवजोत सिद्धू और उनके दोस्त रूपिंदर सिंह संधू ने कथित तौर पर गुरनाम सिंह को अपनी कार से बाहर खींच लिया और उन्हें मारा। बाद में एक अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी।

4.सिद्धू पर एक चश्मदीद ने गुरनाम सिंह की सिर पर वार कर हत्या करने का आरोप लगाया था। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल मई में मृतक के परिवार की याचिका के बाद सिद्धू को एक साल के सख्त कारावास की सजा सुनाई थी।

5.सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में सिद्धू को व्यक्ति को स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के लिए 1,000 रुपये का जुर्माना देने का आदेश दिया था। हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश की समीक्षा की और फिर उन्हें सजा सुनाई।

6.सिद्धू के वकील एचपीएस वर्मा ने बताया कि उन्हें राज्य की सामान्य छूट नीति के तहत जल्दी रिहाई दी गई है। अच्छे आचरण वाले सभी कैदियों के लिए रविवार की सभी छुट्टियां सजा की अवधि से काट ली जाती हैं। इसलिए (नवजोत) सिद्धू को 48 दिन की छूट मिल रही है।

7. सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने 31 मार्च को एक इमोशनल ट्वीट शेयर किया था। इसमें लिखा कि उन्होंने सिद्धू को सबक सिखाने के लिए भगवान से अपने लिए मौत मांगी थी। नवजोत कौर कैंसर से जूझ रही हैं।

8. नवजोत कौर ने ट्वीट पर लिखा था कि ये बात सच है कि सिद्धू ने जो किया वो सही नहीं था। उन्होंने भी सिद्धू के लिए सजा मांगी थी। लेकिन पंजाब के प्रति उनका प्यार हर बात से ऊपर है।

9. पिछले दिनों नवजोत कौर ने tweet करके बताया था कि वे कैंसर की सेकंड स्टेज में हैं। उन्होंने कहा था कि सच बहुत शक्तिशाली होता है। माफ करना, अब आपका इंतजार नहीं कर सकती हूं, क्योंकि खतरनाक कैंसर स्टेज-2 पर है। इसके लिए किसी को दोष नहीं दिया जा सकता है। यह भगवान की मर्जीँ है।

10. 20 मई 2022 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद सिद्धू ने पटियाला की एक अदालत के सामने सरेंडर कर दिया था। इसके बाद उन्हें जेल में डाल दिया गया था।

11. नवजोत सिंह के पटियाला स्थित घर पर उनके बेटे एडवोकेट करण सिद्धू, पत्नी डॉ. नवजोत कौर ओर बहन राबिया पलक बिछाए इंतजार करते देखे गए।

12. रोड रेज मामले में सितंबर 1999 में पंजाब की निचली अदालत ने सिद्धू को बरी कर दिया था। हालांकि दिसंबर 2006 में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने IPC के सेक्शन 304-II के तहत सिद्धू और एक अन्य को गैर-इरादतन हत्या का दोषी करार देते हुए 3-3 साल कैद की सजा सुनाई थी।

13. सिद्धू ने सजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को गैर-इरादतन हत्या के आरोपों से बरी कर दिया था। उन पर सिर्फ एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया था।

14. सिद्धू को बरी करने के खिलाफ गुरनाम सिंह के परिजनों ने सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दाखिल की थी। जिस पर सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई गई थी।

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