सार
राजस्थान के टोंक जिले में एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया। बच्चे और महिला फिलहाल ठीक हैं। चार बच्चों के जन्म से परिवार में खुशी का माहौल है।
टोंक। राजस्थान के टोंक जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां रहने वाली एक महिला ने शादी के करीब 4 साल बाद एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। चारों बच्चों और मां की स्वास्थ्य हालत भी पूरी तरह से ठीक है। चार साल के इंतजार के बाद घर में एक साथ चार बच्चों की किलकारियां गूंजने से परिवार के लोगों की खुशी भी चौगुनी हो गई है।
महिला ने दो लड़के और दो लड़कियों को दिया जन्म
महिला की डिलीवरी टोंक के ही एक प्राइवेट हॉस्पिटल में हुई है। जिले के ही ग्रामीण इलाके वजीरपुर की रहने वाली किरण कंवर को अचानक लेबर पेन होना शुरू हो गया। ऐसे में परिवार वाले उसे डिलीवरी के लिए एक निजी हॉस्पिटल लेकर आ गए। यहां पर महिला ने दो लड़के और दो लड़कियों को जन्म दिया है।
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एक साथ चार बच्चों के जन्म से परिवार में खुशी
परिवार वालों का कहना है कि वह बता नहीं सकते कि इन बच्चों के जन्म से कितने ज्यादा खुश हैं। बता दें कि किरण का पति मोहन सिंह खेती-किसानी करता है। फिलहाल पूरा परिवार जश्न के माहौल में डूबा हुआ है। रिश्तेदारल और गांव वाले भी बधाई देने पहुंच रहे हैं।
तीन बच्चों का वजन कम होने पर जनाना हॉस्पिटल रेफर
महिला की डॉक्टर शालिनी का कहना है कि हालांकि चारों बच्चों का वजन आम बच्चों से काफी कम है। चारों बच्चों का वजन 1700 ग्राम से कम है। ऐसे में तीन बच्चों को जिनका वजन करीब 1350 ग्राम है उन्हें जनाना अस्पताल रेफर किया गया है जबकि एक बच्चे को उसकी मां के साथ ही रखा गया है।
आठवें महीने में कराई गई डिलीवरी
डॉक्टर का कहना है कि आमतौर पर इस तरह का यदि कोई कैसे होता है तो उसमें प्रेगनेंसी के पांचवे महीने के दौरान ही गर्भ गिरना शुरू हो जाता है लेकिन हमने चौथे महीने में ही महिला की बच्चेदानी के टांके लगा दिए थे। ऐसे में यह बच्चे आठवें महीने में पैदा हुए हैं।
दो साल से बच्चे न होने के कारण परेशान थी महिला
वहीं परिवार के लोगों का कहना है कि बच्चे न होने के कारण किरण करीब 2 साल से परेशान थी। करीब 10 महीने पहले परिजन उसे अस्पताल लेकर आए थे। इसके बाद महिला गर्भवती हो गई। जब परिवार ने सोनोग्राफी करवाई तो पता चला कि महिला के गर्भ में एक नहीं चार बच्चे हैं। डॉक्टर ने बताया कि आईवीएफ टेक्नोलॉजी में तो ऐसा होना संभव है लेकिन आम डिलीवरी में ऐसा 5 लाख से ज्यादा केस में एक होता है।