सार

आपको भी यदि फलों के राजा यानि आम के दीवाने है और फ्री में 50 अलग अलग किस्म के मैंगो का जायका लेना चाहते है तो राजस्थान के बांसवाड़ा में पहुंच जाए। यहां पर तीन दिनों के लिए लग रहा आम का मेला। 9 जून से 11 जून तक होगा मेले का आयोजन।

बांसवाड़ा (banswara news). देश चाहे आम हो या खास... ऐसा बंदा मुश्किल ही होगा जिसे आम पसंद नहीं हो। लेकिन संभव है कि आज तक आपने चार या पांच किस्म का आम खाया हो। अगर राजस्थान से हैं तो इससे ज्यादा किस्म मिलना बेहद मुश्किल है। लेकिन अगर अब आम की ज्यादा किस्में देखनी या टेस्ट करनी है तो आपको राजस्थान के बांसवाड़ा शहर में आना होगा। बांसवाड़ा शहर में सरकार आम का मेला लगाने जा रही है जिसमें देश भर की करीब चालीस किस्मों का आम देखने और खाने को मिलेगा। इसके साथ ही इनको ऑर्डर देकर खरीदा भी जा सकता है।

बांसवाड़ा में होता है मैंगो फेस्टिवल का आयोजन

दरअसल राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में हर साल उघान विभाग मैंगो फेस्टिवल का आयोजन करता है। इसमें देश भर की फेमस आम की किस्मों का प्रदर्शन होता हैं। इसे टेस्ट किया जा सकता है और खरीदा जा सकता है। राजस्थान में आम की चुनिंदा किस्में ही पैदा होती है आकि अधिकतर आम अन्य स्टेट से आता है। इस फेस्टिवल में भी इस बार करीब 35 अलग अलग किस्में अन्य राज्यों से मंगाई जा रही हैं। नौ जून से 11 जून तक चलने वाले इस मैंगो फेस्टिवल में आम की करीब 50 किस्में रखी जाएंगी प्रदर्शन के लिए।

50 किस्मों के मैंगो का मिलेगा जायका

उघान विभाग के अफसरों ने बताया कि हापुस, लंगड़ा, बादाम, सफेदा, चौसा, दशहरी, रत्नागिरी, रसपुरी, हिम सागर, पैरी समेत करीब पचास किस्म देखने को मिलेंगी। इस बार मेला लगना मुश्किल था क्योंकि देश भर में आंधी तूफान के कारण आम की बीस फीसदी से ज्यादा फसलें चौपट हो गईं। लेकिन विभाग ने तैयारी कर ली है।

राजस्थान के बांसवाड़ा में उगाई जाती है आम की 25 किस्में

दरअसल राजस्थान में चार से पांच जिलों में ही आम का उत्पादन होता है। सबसे ज्यादा पैदावर बांसवाड़ा जिले में होती है। दावा किया जाता है कि यहां करीब पच्चीस किस्म उगाई जाती हैं। इसके अलावा उदयपुर जिले में भी कुछ किसान आम उगाते हैं। कुछ आम सवाई माधोपुर और डूंगरपुर जिले के किसान भी लगाते हैं। बांसवाड़ा में उघान विभाग आम के ग्राफ्टेड पौधे किसानों को कम दाम पर उलब्ध कराते हैं ताकि आम की खेती बढ़ाई जा सके।