सार
गुजरात के बाद अब बिजरजॉय चक्रवात तूफान राजस्थान में कहर बरपा रहा है। राजस्थान के कई जिलों में तेज बारिश हो रही है। कई मकान और सैंकड़ों सालों पुराने पेड़ टूट चुके हैं। वहीं पाली रेलवे स्टेशन पर करीब 60 हजार क्विटल गेंहू भी पानी में भीग गया।
पाली (राजस्थान). बिपरजॉय तूफान में भारी बारिश की चेतावनी के बाद भी कई सरकारी विभाग ऐसे हैं जो मशीन की तरह काम करते हैं यानि बिना दिमाग का इस्तेमाल किए। इसी कारण करोड़ों रुपयों के नुकसान होने की संभावना पैदा हो गई है। तूफान की चेतावनी के बाद भी मालगाड़ी ने पचास हजार से ज्यादा गेहूं की बोरियां और साढ़े दस हजार से ज्यादा चावल की बोरियां खुले आसमान के नीचे कच्चे यार्ड में उतार दी और अब बारिश के कारण लगभग पूरा ही माल भीग गया। दुर्गंध आने के बाद अब इस माल को सही जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
राजस्थान के इन 15 जिलों में सरकार ने जारी किया अलर्ट
दरअसल राजस्थान में तूफान की संभावना के बारे में इस सप्ताह की शुरुआत से ही जानकारी मिल गई थी कि किन जिलों में असर हो सकता है। ऐसे में राजस्थान सरकार ने भी संभावित नुकसान को देखते हुए पंद्रह से जयादा जिलों के लोगों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी थी। इन जिलों में पाली जिला भी शामिल था। यानि पाली में भी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया था।
रेलवे की लापरवाही से कोरोड़ों रुपए का नुकसान
उसके बाद भी रेलवे ने इस चेतावनी को हल्के में ले लिया। बुधवार दोपहर बार पंजाब से राजस्थान गेहूं और चावल की बोरियां लाई गई थीं। दोनो मिलाकर करीब साठ हजार से भी ज्यादा बोरियां थी। ये माल बुधवार दोपहर बाद खुले आसमान के नीचे यानि कच्चे यार्ड में उतार दिया गया। गुरुवार से ही बारिश का दौर शुरु हो गया जो समय गुजरते गुजरते और तेज होता चला गया। अब शुक्रवार को तो पाली जिले में जमकर बारिश हुई है। ऐसे में इस माल को सिर्फ तिरपाल से ढका जा सका। अब बारिश थमने के बाद माल को कच्चे यार्ड से पच्चे ओर कवर्ड यार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है। इस घटना के बाद से फिलहाल रेलवे के अधिकारी चुप है। गेहूं के बोरे भीग जाने के कारण उनमें से दुर्गंध आने लगी है। करोड़ों रुपयों का माल खराब होने का अंदेशा है।