सार
जयपुर, जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मंगलवार दोपहर कस्टम विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सोने की तस्करी का मामला उजागर किया। कस्टम अधिकारियों ने शक के आधार पर एक यात्री को रोका और तलाशी लेने पर उसके अंडरगारमेंट्स से 3 किलो 500 ग्राम सोना बरामद किया। यह सोना पेस्ट के रूप में छिपाया गया था, ताकि सुरक्षा जांच में पकड़ा न जा सके। जब अधिकारियों ने सघन तलाशी ली, तो आरोपी का सारा प्लान फेल हो गया। बरामद सोने की बाजार में अनुमानित कीमत करीब 2 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
कहां से लाया था सोना और कहां ले जा रहा था?
पूछताछ में जुटी कस्टम विभाग की टीम सोने की बरामदगी के बाद कस्टम विभाग ने आरोपी यात्री को तुरंत हिरासत में ले लिया। अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं कि वह सोना कहां से लाया था और इसका गंतव्य क्या था। प्रारंभिक जांच में आशंका है कि तस्करी के इस नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। कस्टम अधिकारियों का कहना है कि यह मामला संगठित तस्करी के बड़े रैकेट की ओर इशारा करता है, जिसकी तह तक पहुंचने के लिए जांच जारी है।
प्राइवेट पार्ट में छिपा रखा था गोल्ड
पिछले मामलों की पुनरावृत्ति जयपुर एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी के मामले कोई नई बात नहीं हैं। इससे पहले 26 अक्टूबर को भी कस्टम विभाग ने एक यात्री को गिरफ्तार किया था, जिसने अपने मलाशय में 1.121 किलोग्राम सोना छिपा रखा था। बरामद सोने की कीमत करीब 90.12 लाख रुपये आंकी गई थी। आरोपी महेंद्र रेखान, निवासी ब्यावर (राजस्थान), अबू धाबी से जयपुर आया था। गुप्त सूचना के आधार पर हुई इस कार्रवाई में एक्स-रे जांच के जरिए सोने के कैप्सूल बरामद हुए थे। कोर्ट ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
गोल्ड तस्करी के लिए अपना रहे नए-नए तरीके
तस्करी पर सख्त नजर लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए कस्टम विभाग और एयरपोर्ट प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि सोने की तस्करी रोकने के लिए नई तकनीकों और सख्त निगरानी का उपयोग किया जा रहा है। यात्रियों की संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। इस ताजा मामले ने फिर साबित कर दिया है कि सोने की तस्करी करने वाले नए-नए तरीकों का सहारा ले रहे हैं, लेकिन कस्टम विभाग की मुस्तैदी के चलते उनके मंसूबे लगातार नाकाम हो रहे हैं।